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हनीट्रैप मामले में अपने ही बुने जाल में फंस गए कथित डॉक्टर समेत चार आरोपी - Fazilnagar latest news

कुशीनगर के हनीट्रैप मामले में षडयंत्र रचने वाले कथित डॉक्टर समेत चार आरोपी अपने ही बुने जाल में फंस गए हैं. पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.

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हनीट्रैप मामले में अपने ही बुने जाल में फंस गया कथित डॉक्टर और चार आरोपी
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Published : Jun 3, 2022, 8:05 PM IST

कुशीनगर: पटहेरवा थानाक्षेत्र के फाजिलनगर में अवैध अस्पताल पर दर्ज मुकदमे के विवेचक को महिला स्टाफ द्वारा हनीट्रैप में फंसाने की कोशिश की गई थी. इस मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. अस्पताल संचालक और कथित डॉक्टर समेत कुल चार लोगों के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई करते हुए जेल भेज दिया है.

एक प्राइवेट नर्सिंगहोम में एक युवती के अबॉर्शन के दौरान मौत के मामले में हॉस्पिटल के कथित डॉक्टर सेराज ने अपने बचाव के लिए जांच कर रहे चौकी इंचार्ज के ऊपर एफआर (फाइनल रिपोर्ट) लगाने का दबाव बनाया. आरोप है कि जब वह इसमें कामयाब नहीं हो सका तो उसने साथियों के साथ मिलकर विवेचक को फंसाने की साजिश रची.

महिला स्टॉफ से जान बूझकर आडियो-वीडियो बनवाकर वायरल किया ताकि चौकी प्रभारी की छवि धूमिल की जा सके और मामले में एफआर लगवाई जा सके. पुलिस ने इस मामले में कथित डॉ. सेराज अहमद पुत्र अमानत अली, गोविन्द यादव पुत्र धनेश यादव, सुमित राय उर्फ गोलू राय पुत्र रामअवतार राय, प्रीति सिंह पुत्री बिजली सिंह के खिलाफ कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने सभी को जेल भेज दिया. गिरफ्तार करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक अखिलेश कुमार सिंह, देशराज सरोज, प्रमोद कुमार, लक्ष्मण सिंह, राकेश, अंजनी यादव, जयहिन्द यादव, दीपक सिंह शामिल रहे.

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कुशीनगर: पटहेरवा थानाक्षेत्र के फाजिलनगर में अवैध अस्पताल पर दर्ज मुकदमे के विवेचक को महिला स्टाफ द्वारा हनीट्रैप में फंसाने की कोशिश की गई थी. इस मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. अस्पताल संचालक और कथित डॉक्टर समेत कुल चार लोगों के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई करते हुए जेल भेज दिया है.

एक प्राइवेट नर्सिंगहोम में एक युवती के अबॉर्शन के दौरान मौत के मामले में हॉस्पिटल के कथित डॉक्टर सेराज ने अपने बचाव के लिए जांच कर रहे चौकी इंचार्ज के ऊपर एफआर (फाइनल रिपोर्ट) लगाने का दबाव बनाया. आरोप है कि जब वह इसमें कामयाब नहीं हो सका तो उसने साथियों के साथ मिलकर विवेचक को फंसाने की साजिश रची.

महिला स्टॉफ से जान बूझकर आडियो-वीडियो बनवाकर वायरल किया ताकि चौकी प्रभारी की छवि धूमिल की जा सके और मामले में एफआर लगवाई जा सके. पुलिस ने इस मामले में कथित डॉ. सेराज अहमद पुत्र अमानत अली, गोविन्द यादव पुत्र धनेश यादव, सुमित राय उर्फ गोलू राय पुत्र रामअवतार राय, प्रीति सिंह पुत्री बिजली सिंह के खिलाफ कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने सभी को जेल भेज दिया. गिरफ्तार करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक अखिलेश कुमार सिंह, देशराज सरोज, प्रमोद कुमार, लक्ष्मण सिंह, राकेश, अंजनी यादव, जयहिन्द यादव, दीपक सिंह शामिल रहे.

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