ETV Bharat / state

कुशीनगर: नारायणी नदी में फंसी नाव, 200 लोगों का किया गया रेस्क्यू

कुशीनगर के बरवापट्टी थाना क्षेत्र इलाके में शुक्रवार की रात नारायणी नदी में एक नाव बीच नदी में फंस गई. नाव पर करीब दो सौ लोग सवार थे. वहीं, नाव करीब पांच घटों तक बीच मझधार में अटकी रही. जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को रेता इलाके में खेती करके लोग नाव से वापस घर लौट रहे थे, तभी शाम करीब सात बजे बीच मझधार में नाव का इंजन खराब होकर बंद हो गया.

author img

By

Published : Dec 11, 2021, 12:23 PM IST

200 लोगों का किया गया रेस्क्यू
200 लोगों का किया गया रेस्क्यू

कुशीनगर: कुशीनगर के बरवापट्टी थाना क्षेत्र इलाके में शुक्रवार की रात नारायणी नदी में एक नाव बीच नदी में फंस गई. नाव पर करीब दो सौ लोग सवार थे. वहीं, नाव करीब पांच घटों तक बीच मझधार में अटकी रही. जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को रेता इलाके में खेती करके लोग नाव से वापस घर लौट रहे थे, तभी शाम करीब सात बजे बीच मझधार में नाव का इंजन खराब होकर बंद हो गया. ऐसे में नाव पर सवार लोगों की सांसे अटक गई. क्योंकि नाव अनियंत्रित होकर पानी के बहाव में बहने लगी थी. हालांकि, उक्त घटना की सूचना के बाद भी जिला प्रशासन या फिर तहसील से कोई भी जिम्मेदार मौके पर नहीं पहुंचा.

वहीं, फौरी तौर पर मदद न मिलता देख पुलिस और स्थानीय लोगों के साथ मिलकर क्षेत्रीय विधायक अजय कुमार लल्लू ने मोर्चा संभाला और करीब 12 बजे तक दूसरी नावों की सहायता फंसे सभी लोगों को सुरक्षित निकाला गया. प्राप्त जानकारी के मुताबिक तमकुहीराज तहसील के बरवापट्टी थाना क्षेत्र का इलाका बिहार की सीमा से लगा है. वहीं, इस पार के लोगों की खेती बिहार में बड़े पैमाने पर है. लिहाजा खेती करने के लिए लोग हर रोज सैकड़ों की संख्या में नदी पार करते हैं.

200 लोगों का किया गया रेस्क्यू

कहा जा सकता है कि नदी पार कर उस पर जाना लोगों की दैनिक जरूरत हैं. ऐसे में यहां के लोगों को खासा परेशानियों से दो-चार होना पड़ता है. लेकिन अब तक किसी भी सरकार ने यहां के लोगों की समस्या को दूर करने की पहल नहीं की है. यहां के किसानों को मजबूरन अपने खेतों की बुआई व कटाई के लिए उस पार जाना पड़ता है. वहीं, कृषि उपकरणों को नदी के पार ले जाने को यहां बड़ी-बड़ी नावें हैं.

इसे भी पढ़ें-बनारसी दीदी की चुनावी चौपाल: जानिए ऑटो चालकों के दिल का हाल

इसी दिनचर्या के तहत शुक्रवार को तमकुहीराज तहसील के गांव बर्वापट्टी, बिचपटवा, धोबिघटवा, जमुआन इलाके के लगभग दो लोग बड़ी नाव पर ट्रैक्टर लेकर रेता में खेती कर वापस घर लौट रहे थे. तभी नारायणी नदी के बीचो बीच पहुंची नाव के इंजन में तकनीकी खराबी होने से इंजन अचानक बंद हो गई. जिससे नाव अनियंत्रित होकर पानी के बहाव के साथ बहने लगी.

ऐसे में किसी तरह से नाव पर फंसे लोगों ने उक्त घटना की सूचना गांव के लोगों को दी. जिसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस और स्थानीय तहसील प्रशासन को इसकी सूचना देकर बचाव कार्य में जुट गए. हालांकि, इस दौरान स्थानीय पुलिस अधिकारी व अन्य पुलिसकर्मी पूरी मुस्तैदी से मौके पर तैनात हो बचाव कार्य में स्थानीयों की मदद करते रहे. लेकिन तहसील और जिला प्रशासन की ओर से किसी प्रकार की मदद नहीं मिल सकी.

200 लोगों का किया गया रेस्क्यू
200 लोगों का किया गया रेस्क्यू

नाव पर सवार एक शख्स ने बताया कि चार बजे रेता इलाके से नाव में सवार होकर करीब दो लोग घर लौट रहे थे. तभी बीच नदी में नाव का इंजन खराब हो गया और नाव पानी की बहाव के साथ बहने लगी. पुलिस प्रशासन किसी तरह से स्थानीय लोगों के साथ मिलकर दूसरी छोटी नावों के जरिए फंसे लोगों को बचाने में कामयाब रही. एक अन्य ने बाताया कि अभी भी हमारी साइकिल, मोटरसाइकिल और दो ट्रैक्टर नदी में ही है. हम बाहर आकर थोड़ा राहत महसूस कर रहे हैं.

200 लोगों का किया गया रेस्क्यू
200 लोगों का किया गया रेस्क्यू

खैर, नारायणी नदी की मझधार में दो सौ लोगों के फंसे होने की सूचना पर तहसील व जिला प्रशासन तो नहीं पहुंचा पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष व स्थानीय विधायक अजय कुमार लल्लू मौके पर पहुंच बचाव में जुटे रहे. मीडिया से बात करते हुए सरकार और प्रशासन को संवेदनहीन बताते हुए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि वे कई बार विधानसभा में पुल बनाने की मांग कर चुके हैं. लेकिन सरकार की ओर से कोई सार्थक पहल नहीं की जा रही है.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

कुशीनगर: कुशीनगर के बरवापट्टी थाना क्षेत्र इलाके में शुक्रवार की रात नारायणी नदी में एक नाव बीच नदी में फंस गई. नाव पर करीब दो सौ लोग सवार थे. वहीं, नाव करीब पांच घटों तक बीच मझधार में अटकी रही. जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को रेता इलाके में खेती करके लोग नाव से वापस घर लौट रहे थे, तभी शाम करीब सात बजे बीच मझधार में नाव का इंजन खराब होकर बंद हो गया. ऐसे में नाव पर सवार लोगों की सांसे अटक गई. क्योंकि नाव अनियंत्रित होकर पानी के बहाव में बहने लगी थी. हालांकि, उक्त घटना की सूचना के बाद भी जिला प्रशासन या फिर तहसील से कोई भी जिम्मेदार मौके पर नहीं पहुंचा.

वहीं, फौरी तौर पर मदद न मिलता देख पुलिस और स्थानीय लोगों के साथ मिलकर क्षेत्रीय विधायक अजय कुमार लल्लू ने मोर्चा संभाला और करीब 12 बजे तक दूसरी नावों की सहायता फंसे सभी लोगों को सुरक्षित निकाला गया. प्राप्त जानकारी के मुताबिक तमकुहीराज तहसील के बरवापट्टी थाना क्षेत्र का इलाका बिहार की सीमा से लगा है. वहीं, इस पार के लोगों की खेती बिहार में बड़े पैमाने पर है. लिहाजा खेती करने के लिए लोग हर रोज सैकड़ों की संख्या में नदी पार करते हैं.

200 लोगों का किया गया रेस्क्यू

कहा जा सकता है कि नदी पार कर उस पर जाना लोगों की दैनिक जरूरत हैं. ऐसे में यहां के लोगों को खासा परेशानियों से दो-चार होना पड़ता है. लेकिन अब तक किसी भी सरकार ने यहां के लोगों की समस्या को दूर करने की पहल नहीं की है. यहां के किसानों को मजबूरन अपने खेतों की बुआई व कटाई के लिए उस पार जाना पड़ता है. वहीं, कृषि उपकरणों को नदी के पार ले जाने को यहां बड़ी-बड़ी नावें हैं.

इसे भी पढ़ें-बनारसी दीदी की चुनावी चौपाल: जानिए ऑटो चालकों के दिल का हाल

इसी दिनचर्या के तहत शुक्रवार को तमकुहीराज तहसील के गांव बर्वापट्टी, बिचपटवा, धोबिघटवा, जमुआन इलाके के लगभग दो लोग बड़ी नाव पर ट्रैक्टर लेकर रेता में खेती कर वापस घर लौट रहे थे. तभी नारायणी नदी के बीचो बीच पहुंची नाव के इंजन में तकनीकी खराबी होने से इंजन अचानक बंद हो गई. जिससे नाव अनियंत्रित होकर पानी के बहाव के साथ बहने लगी.

ऐसे में किसी तरह से नाव पर फंसे लोगों ने उक्त घटना की सूचना गांव के लोगों को दी. जिसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस और स्थानीय तहसील प्रशासन को इसकी सूचना देकर बचाव कार्य में जुट गए. हालांकि, इस दौरान स्थानीय पुलिस अधिकारी व अन्य पुलिसकर्मी पूरी मुस्तैदी से मौके पर तैनात हो बचाव कार्य में स्थानीयों की मदद करते रहे. लेकिन तहसील और जिला प्रशासन की ओर से किसी प्रकार की मदद नहीं मिल सकी.

200 लोगों का किया गया रेस्क्यू
200 लोगों का किया गया रेस्क्यू

नाव पर सवार एक शख्स ने बताया कि चार बजे रेता इलाके से नाव में सवार होकर करीब दो लोग घर लौट रहे थे. तभी बीच नदी में नाव का इंजन खराब हो गया और नाव पानी की बहाव के साथ बहने लगी. पुलिस प्रशासन किसी तरह से स्थानीय लोगों के साथ मिलकर दूसरी छोटी नावों के जरिए फंसे लोगों को बचाने में कामयाब रही. एक अन्य ने बाताया कि अभी भी हमारी साइकिल, मोटरसाइकिल और दो ट्रैक्टर नदी में ही है. हम बाहर आकर थोड़ा राहत महसूस कर रहे हैं.

200 लोगों का किया गया रेस्क्यू
200 लोगों का किया गया रेस्क्यू

खैर, नारायणी नदी की मझधार में दो सौ लोगों के फंसे होने की सूचना पर तहसील व जिला प्रशासन तो नहीं पहुंचा पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष व स्थानीय विधायक अजय कुमार लल्लू मौके पर पहुंच बचाव में जुटे रहे. मीडिया से बात करते हुए सरकार और प्रशासन को संवेदनहीन बताते हुए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि वे कई बार विधानसभा में पुल बनाने की मांग कर चुके हैं. लेकिन सरकार की ओर से कोई सार्थक पहल नहीं की जा रही है.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.