कौशांबी: विकसित भारत संकल्प यात्रा के कौशांबी में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे भाजपा सांसद विनोद सोनकर को जिला पंचायत सदस्य, प्रधान और ग्रामीणों का भारी विरोध झेलना पड़ा. विरोध को देखते हुए सांसद कार्यक्रम किए बिना ही वहां से लौटने लगे. जिस पर जिला पंचायत सदस्य और ग्रामीणों ने उनकी गाड़ी रोकने का प्रयास किया. पुलिस ने किसी प्रकार लोगों को समझाकर रास्ता खाली करवाया और संसद की गाड़ी को बाहर निकलवाया. ग्रामीणों ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया है.
कौशांबी जिले में विकसित भारत संकल्प यात्रा का कार्यक्रम चल रहा है. भाजपा नेता गांव-गांव कार्यक्रम कर रहे हैं. सोमवार को यह कार्यक्रम नेवाद ब्लॉक के जैतपुर पूरे हजारी गांव में होना था. इस कार्यक्रम में भाजपा के कौशांबी जिले के सांसद विनोद सोनकर बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए. जहां उनका गांव के प्रधान रामबाबू, जिला पंचायत सदस्य शायमा देवी और कोटेदार सुनील कुमार समेत ग्रामीणों ने विरोध करना शुरू कर दिया.
दरअसल, कुछ दिन पहले जिला पंचायत सदस्य व सपा नेता शायमा देवी का जिला प्रशासन ने मकान सहकारी जमीन में होने की बात कहकर गिरा दिया था, जिससे जिला पंचायत सदस्य शायमा देवी के साथ ग्राम प्रधान व कोटेदार समेत कुछ ग्रामीण खफा थे. यही कारण था कि जिला पंचायत सदस्य, प्रधान और ग्रामीणों ने सांसद विनोद सोनकर का विरोध करना शुरू कर दिया.
प्रदर्शन को देखते हुए जब सांसद विनोद सोनकर अपनी गाड़ी में बैठकर वहां से रवाना हुए तो विरोध करने वाले लोगों ने उनकी गाड़ी को रोकना चाहा. इस पर पुलिस प्रशासन ने लोगों को समझा बुझाकर उनकी गाड़ी के सामने से हटाया, जिसके बाद विनोद सुनकर वहां से रवाना हुए. इतना ही नहीं ग्रामीणों ने इस विरोध प्रदर्शन का एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया है.
ईटीवी भारत के संवाददाता को भाजपा सांसद विनोद सोनकर ने फोन पर बताया कि वह विकसित भारत संकल्प यात्रा में शामिल होने के लिए गांव पहुंचे थे. जहां पर ग्रामीणों ने प्रधान और कोटेदार द्वारा की जा रही अनियमिताओं की शिकायत की. इस पर उन्होंने जांच कराकर कार्रवाई किए जाने की बात कही. इसी बात से नाराज प्रधान, कोटेदार समेत जिला पंचायत सदस्य ने उनका विरोध किया.
वहीं, जिला पंचायत सदस्य शायमा देवी का आरोप है कि सांसद विनोद सोनकर ने उनके घर के बगल में कार्यक्रम करवाया था. जिस पर वह धमकी दे रहे थे कि वह जिससे दुश्मनी रखते हैं, उसको मिट्टी में मिला देते हैं. इसी बात को लेकर उन्होंने विरोध प्रदर्शन किया, जिस पर सांसद ने उनके पति जेठ व देवर को फर्जी मुकदमे में फंसने की धमकी दी है.