कौशांबीः जिले की पुलिस अपने कारनामों से हमेशा सुर्खियों में बनी रहती है. ताजा मामले में कथित तौर पर वाहन चेकिंग के दौरान युवक ने रिश्वत के 500 रुपए नहीं दिए तो चौकी इंचार्ज ने युवक की पिटाई कर दी. हालत बिगड़ने पर पुलिस ने युवक को एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया, जहां उसका इलाज चल रहा है. पुलिस की इस करतूत से विभाग एक बार फिर शर्मसार हुआ है.
घटना पश्चिम शरीरा थाना क्षेत्र के बैरामपुर चौकी के पास की है. आरोप है कि सेगरहा गांव के रहने वाले मोनू बख्शी का पूरा गांव में ट्रैक्टर से बिजली के खंभे लगाने का काम चल रहा था. काम खत्म होने के बाद मोनू अपने गांव वापस लौट रहा था. बैरामपुर चौकी के पास वाहन चेकिंग लगी हुई थी. पुलिस वालों ने मोनू की बाइक रोक ली क्योंकि उसने हेलमेट नहीं लगा रखा था.
पीड़ित युवक मोनू का आरोप है कि चौकी इंचार्ज ने उससे 500 रुपये रिश्वत मांगी, जब रिश्वत देने से इनकार किया तो चौकी इंचार्ज ने सीने पर लात मार दी. इससे वह वहीं पर गिर पड़ा. इसके बाद सिपाही मोनू को उठाकर थाने ले गए और वहां पर बैठा दिया. इसके अलावा मोनू ने चौकी इंचार्ज पर और भी कई गंभीर आरोप लगाए हैं. उसने बताया कि थाने में हालत बिगड़ने लगी तो पश्चिम शरीरा इंस्पेक्टर अभिलाष तिवारी अपने निजी वाहन से उसे मंझनपुर के एक निजी अस्पताल में ले आए. वहां उसका इलाज चल रहा है. बताया जा रहा है कि मोनू चोरी के आरोप में पहले जेल भी जा चुका है.
मंझनपुर क्षेत्राधिकारी अभिषेक कुमार के मुताबिक आरोपी युवक चोरी के मामले में पहले जेल जा चुका है. आज उससे बाइक के कागज मांगे गए लेकिन वह कागज नहीं दिखा सका. इसके बाद पूछताछ के लिए इसे थाने लाया गया था, जहां इसकी हालत बिगड़ गई. हालात बिगड़ती देख अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मारपीट करने के आरोपों की जांच की जा रही है.
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