कासगंजः तहसील प्रशासन की प्रताड़ना के चलते महिला कर्मचारी द्वारा विषाक्त पदार्थ का सेवन करने का मामला सामने आया है. महिला का आरोप है कि उसको लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था, इसलिए उसने ऐसा किया. वहीं विषाक्त पदार्थ खाने की सूचना पर कासगंज तहसील में हड़कंप मच गया. पुलिस ने महिला को जिला अस्पातल में भर्ती कराया है, जहां उसका उपचार जारी है. इस पूरे मामले पर अधिकारी कुछ भी कहने से बच रहे हैं.
महिला पति की जगह पाई थी नौकरी
घटनाक्रम के अनुसार जनपद एटा की रहने वाली ममता को उसके पति की मृत्यु के पश्चात तहसील कासगंज में पति के स्थान पर चतुर्थ श्रेणी की नौकरी मिली थी, जिससे वह अपने परिवार का भरण पोषण करती थी. आरोप है कि बुधवार को तहसील में कार्यरत बाबू अबरार ने अन्य क्षेत्र में डाक बांटने की बात कही थी. जब महिला ने अन्य क्षेत्र में जाने से मना कर दिया, तो अबरार ने महिला को डांट दिया और महिला की शिकायत तहसीलदार से की. वहीं जब महिला तहसीलदार के पास गई तो तहसीलदार ने महिला को उल्टा-सीधा कहकर भगा दिया और महिला को जेल भेजने की धमकी भी दे दी.
तहसीलदार ने कारण बताओ नोटिस जारी किया
गुरुवार को जब महिला तहसील में अपने कार्य पर गई तो तहसीलदार ने महिला को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया. इन बातों से महिला मानसिक परेशानी मे आ गई और बाजार से विषाक्त पदार्थ लाकर तहसील परिसर में खा ली. विषाक्त पदार्थ का सेवन कर महिला तहसीलदार और बाबू के खिलाफ तहरीर लेकर कोतवाली पहुंची, जहां उसकी हालत बिगड़ गई.
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जिला अस्पताल में चल रहा इलाज
आनन-फानन में पुलिस द्वारा महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसका उपचार जारी है. वहीं महिला द्वारा जहर खाने की खबर सुन तहसील प्रशासन में हडकम्प मच गया है. जब इस संबध में तहसील और जिले के अधिकारियों से बात करने की कोशिश की गई तो अधिकारी कैमरे से बचते नजर आये.
अबरार नाम के बाबू मुझको दूसरे एरिया में डाक भेजने के लिए बोल रहे थे, मैंने मना किया फिर भी मेरा नाम रजिस्टर में चढ़ा दिया.मैंने रजिस्टर खींचा जिससे रजिस्टर का एक पेज फट गया. फिर उन्होंने तहसीलदार से शिकायत की.
-ममता, पीड़ित महिला कर्मचारी