ETV Bharat / state

कासगंज: शिक्षकों ने किया प्रेरणा लोकेशन ऐप का विरोध, कहा- ऐप से निजता हो रही भंग

उत्तर प्रदेश के कासगंज में शिक्षकों की लेटलतीफी को देखते हुए विभाग ने प्रेरणा लोकेशन ऐप को लागू किया है. इसका सैकड़ों की संख्या में शिक्षकों ने विरोध किया.

शिक्षकों ने किया प्रेरणा लोकेशन ऐप का विरोध.
author img

By

Published : Sep 3, 2019, 11:36 AM IST

कासगंज: जिले में शिक्षकों की समय से उपस्थिति के लिए जारी किए गए प्रेरणा लोकेशन ऐप का शिक्षकों ने विरोध शुरू कर दिया है. इसके चलते सैकड़ों की संख्या में शिक्षकों ने धरना प्रदर्शन किया और प्रेरणा लोकेशन ऐप के प्रशिक्षण कार्यक्रम का बहिष्कार किया.

शिक्षकों ने किया विरोध प्रदर्शन
विद्यालयों में शिक्षकों की लेटलतीफी को देखते हुए विभाग ने प्रेरणा लोकेशन ऐप को लागू किया है. शिक्षकों को 8:00 बजे से पहले विद्यालयों में पहुंचना है और विद्यालयों के बोर्ड के आगे खड़े होकर सेल्फी खींचकर विभागीय अधिकारी को भेजना है, जिसमें फोटो के साथ आपका लोकेशन भी शेयर होगा. कासगंज के शिक्षकों ने इस ऐप का विरोध करते हुए कहा कि ऐप से उनकी निजता भंग हो रही है. वहीं ऐप बनाने वाली कंपनी ने किसी भी प्रकार की जिम्मेदारी लेने से इंकार किया है.

शिक्षकों ने किया प्रेरणा लोकेशन ऐप का विरोध.

शिक्षकों का कहना है कि उनका डाटा लीक होने की संभावना है. शिक्षकों ने यह भी कहा कि अगर कोई शिक्षक कभी जाम में फंस जाता है अथवा कोई आकस्मिक घटना घट जाती है और वह विद्यालय समय से नहीं पहुंचता है तो अधिकारी उसके निलंबन की बात कहते हैं. इसका अर्थ यह हुआ कि अधिकारियों को हम पर विश्वास नहीं है, हमसे दोहरा कार्य कराया जाता है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की जिम्मेदारी भी हमारे ऊपर हैं. एल्बेंडाजोल टेबलेट खिलाने की जिम्मेदारी भी शिक्षकों को दे दी गई है, जिसके बाद शिक्षकों ने कहा हम किसी भी कीमत पर इस ऐप को लागू नहीं होने देंगे.

यह सरकार का कार्यक्रम है और माननीय मुख्यमंत्री जी के द्वारा लागू किया जा रहा है. इसके अंतर्गत शिक्षकों को उपस्थिति के साथ-साथ मध्यान्ह भोजन की जानकारी भी अधिकारियों को देनी है, क्योंकि सरकार का कार्यक्रम है तो इसमें निजता के उल्लंघन का कोई मामला नहीं है.
- प्रमोद कुमार, बीएसए

कासगंज: जिले में शिक्षकों की समय से उपस्थिति के लिए जारी किए गए प्रेरणा लोकेशन ऐप का शिक्षकों ने विरोध शुरू कर दिया है. इसके चलते सैकड़ों की संख्या में शिक्षकों ने धरना प्रदर्शन किया और प्रेरणा लोकेशन ऐप के प्रशिक्षण कार्यक्रम का बहिष्कार किया.

शिक्षकों ने किया विरोध प्रदर्शन
विद्यालयों में शिक्षकों की लेटलतीफी को देखते हुए विभाग ने प्रेरणा लोकेशन ऐप को लागू किया है. शिक्षकों को 8:00 बजे से पहले विद्यालयों में पहुंचना है और विद्यालयों के बोर्ड के आगे खड़े होकर सेल्फी खींचकर विभागीय अधिकारी को भेजना है, जिसमें फोटो के साथ आपका लोकेशन भी शेयर होगा. कासगंज के शिक्षकों ने इस ऐप का विरोध करते हुए कहा कि ऐप से उनकी निजता भंग हो रही है. वहीं ऐप बनाने वाली कंपनी ने किसी भी प्रकार की जिम्मेदारी लेने से इंकार किया है.

शिक्षकों ने किया प्रेरणा लोकेशन ऐप का विरोध.

शिक्षकों का कहना है कि उनका डाटा लीक होने की संभावना है. शिक्षकों ने यह भी कहा कि अगर कोई शिक्षक कभी जाम में फंस जाता है अथवा कोई आकस्मिक घटना घट जाती है और वह विद्यालय समय से नहीं पहुंचता है तो अधिकारी उसके निलंबन की बात कहते हैं. इसका अर्थ यह हुआ कि अधिकारियों को हम पर विश्वास नहीं है, हमसे दोहरा कार्य कराया जाता है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की जिम्मेदारी भी हमारे ऊपर हैं. एल्बेंडाजोल टेबलेट खिलाने की जिम्मेदारी भी शिक्षकों को दे दी गई है, जिसके बाद शिक्षकों ने कहा हम किसी भी कीमत पर इस ऐप को लागू नहीं होने देंगे.

यह सरकार का कार्यक्रम है और माननीय मुख्यमंत्री जी के द्वारा लागू किया जा रहा है. इसके अंतर्गत शिक्षकों को उपस्थिति के साथ-साथ मध्यान्ह भोजन की जानकारी भी अधिकारियों को देनी है, क्योंकि सरकार का कार्यक्रम है तो इसमें निजता के उल्लंघन का कोई मामला नहीं है.
- प्रमोद कुमार, बीएसए

Intro:कासगंज जनपद में बेसिक शिक्षा विभाग के द्वारा शिक्षकों के समय से विद्यालयों में उपस्थिति को लेकर जारी किए गए प्रेरणा लोकेशन ऐप का शिक्षकों ने विरोध शुरू कर दिया है जिसके चलते आज सैकड़ों की संख्या में शिक्षकों ने धरना प्रदर्शन करते हुए प्रेरणा लोकेशन ऐप के प्रशिक्षण कार्यक्रम का बहिष्कार कर दिया।


Body:वीओ-1- दरअसल विद्यालयों में शिक्षकों की लेटलतीफी को देखते हुए विभाग ने प्रेरणा लोकेशन ऐप को लागू किया है। जिसके चलते शिक्षकों को 8:00 बजे से पहले विद्यालयों में पहुंचना है और विद्यालयों के बोर्ड के आगे खड़े होकर सेल्फी खींचकर विभागीय अधिकारी को भेजनी है। फोटो के साथ साथ आपका लोकेशन भी शेयर होगा। आज इस ऐप का कासगंज के शिक्षकों ने विरोध करते हुए कहा कि इस ऐप से उनकी निजता भंग हो रही है। ऐप बनाने वाली कंपनी ने किसी भी प्रकार की जिम्मेदारी लेने से इंकार कर दिया है। शिक्षकों का कहना है कि उनका डाटा लीक होने की संभावना है। वहीं शिक्षकों ने यह भी कहा कि शिक्षक कभी जाम में फंस जाता है अथवा कोई आकस्मिक घटना घट जाती है और वह विद्यालय समय से नहीं पहुंचता है तो अधिकारी उसके निलंबन की बात कहते हैं। इसका अर्थ यह हुआ कि अधिकारियों को हम पर विश्वास नहीं है। हम पर दोहरा कार्य कराया जाता है। स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की जिम्मेदारी भी हमारे ऊपर हैं। एल्बेंडाजोल टेबलेट खिलाने की जिम्मेदारी भी शिक्षकों को दे दी गई है। शिक्षकों ने कहा हम किसी भी कीमत पर इस ऐप को लागू नहीं होने देंगे।

वीओ-2- वह इस पूरे मामले पर खंड शिक्षा अधिकारी प्रमोद कुमार ने बात करते हुए बताया कि यह सरकार का कार्यक्रम है और माननीय मुख्यमंत्री जी के द्वारा लागू किया जा रहा है। इसके अंतर्गत शिक्षकों को उपस्थिति के साथ-साथ साथ मध्यान्ह भोजन की जानकारी भी अधिकारियों को देनी है। क्योंकि सरकार का कार्यक्रम है तो इसमें निजता की उल्लंघन का कोई मामला नहीं है। आज शिक्षकों का प्रेरणा एप्लीकेशन का प्रशिक्षण कार्यक्रम था जिसका शिक्षकों ने विरोध किया है । खंड शिक्षा अधिकारी ने बताया कि इसमें निजता भंग की कोई बात नहीं है। उच्च अधिकारियों को इसकी जानकारी दे दी गई है अब मुझे ऐसा फैसला लेंगे वही लागू होगा।

बाइट-1/2/3-शिक्षक

बाइट-4-प्रमोद कुमार-एबीएसए


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.