कासगंजः जिले में स्थित अंबेडकर क्लब की जमीन पर निर्माणाधीन दीवार को गिराने को लेकर दो पक्ष आमने-सामने आ गए. दोनों ही पक्ष जमीन पर मालिकाना हक जता रहे हैं. दीवार गिराने के बाद एक पक्ष के सैकड़ों लोगों ने दीवार गिराए जाने के विरोध में धरना-प्रदर्शन किया. सूचना पर भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा. मौके पर पहुंचे पटियाली तहसीलदार राजीव निगम ने बताया की विवादित जगह नगर पालिका में अंबेडकर क्लब के नाम से दर्ज है. नगर पालिका ने दोनों ही पक्षों को कोर्ट में जाकर मामला सुलझाने की बात कही है.
दरअसल, गंजडुंडवारा कोतवाली क्षेत्र के कादरगंज रोड पर अंबेडकर क्लब परिसर में जाटव समाज के लोगों द्वारा निर्माण कार्य कराया जा रहा था. एक पक्ष का आरोप है दूसरे पक्ष के श्रीकृष्ण ने आकर निर्माणाधीन दीवार को गिरा दिया. दीवार गिरने की जानकारी जब दूसरे एक पक्ष हुई तो धरना प्रदर्शन करने लगे और श्रीकृष्ण नाम के व्यक्ति पर जबरन अवैध रूप से जगह पर कब्जा करने का आरोप लगाया. घटना की जानकारी पर भारी पुलिस बल भी मौके पर पहुंच गया.
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गंजडुंडवारा नगर पालिका परिषद के सभासद प्रतिनिधि रिंकू का कहना है अंबेडकर क्लब की आधारशिला 1981 में रखी गई थी. तब से आज तक समाज के अनेक कार्यक्रम इस जगह पर होते आए हैं. लेकिन श्रीकृष्ण नाम के व्यक्ति की इस जमीन पर बुरी नजर है और वह इस ज़मीन पर कब्जा करना चाहता है. पटियाली के तहसीलदार राजीव निगम ने बताया कि अंबेडकर क्लब नाम की जमीन पर दो पक्ष अपना अपना मालिकाना हक जता रहे हैं. 1985-86 और 2005-06 के सर्वे में भी यह जमीन नगर पालिका परिषद के रजिस्टर में अंबेडकर क्लब के नाम से दर्ज है. तहसीलदार ने बताया कि निर्माण के संबंध में नगर पालिका का कहना है कि वह लिखित रूप में किसी को निर्माण की अनुमति नहीं दे सकते. कोर्ट के माध्यम से दोनों पक्ष अपना मालिकाना हक साबित करें और उस पर निर्माण करें.