कासगंजः सस्ती मोटरसाइकिल दिलवाने के बहाने लोगों को बुलाकर लूट और डकैती की घटना को अंजाम देने वाले चार शातिरों को एसओजी और पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इनके पास से लूटे हुए पैसे, मोटरसाइकिल और तमंचा, कारतूस बरामद हुए हैं.
दरअसल, 26 मई अलीगढ़ के गंगीरी थाना के ग्राम शेरपुर के रहने वाले इन्द्रजीत ने थाना ढोलना पर शिकायत दर्ज कराई कि ब्रजेश निवासी मलसई ने उसे मोटरसाइकिल दिलवाने के लिए बुलवाया था. वह और उसका बेटा बॉबी शिवकुमार दो लाख रुपये और आधार कार्ड आदि जरूरी कागजात एक बैग में लेकर गए थे. इसी बैग में से उसने 14000 रुपये बाइक के लिए प्रेमपाल को दे दिये और बाकी पैसा व कागजात उसी बैग में रखे थे.
इसके बाद बाइक की आरसी के लिए प्रेमपाल ने उने भगवंत पुर पुल शाम 6 बजे तक बैठाये रखा, तब कहीं जाकर आरसी दी. फिर जब वह लोग ग्राम गढी पहुंचे तो नागेन्द्र नाम के व्यक्ति ने अपने साथियों के साथ मिलकर झगड़ा कर उनके साथ मारपीट की व जान से मारने की धमकी दी. इसी बीच उसका बैग गायब हो गया. जिसके इंद्रजीत ने अनमोल, प्रवेन्द्र, अंकित, संदीप, विशाल और सूरज उर्फ बौना के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था.
एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस अधीक्षक सौरभ दीक्षित ने घटना की गंभीरता देखते हुए तत्काल बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमों का गठन किया. जिसके बाद सोमवार को एसओजी और ढोलना पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर लुटेरों के सरगना नगेन्द्र उर्फ नागेश पुत्र नौजारी को भगवंत पुर पुल से दोपहर गिरफ्तार कर लिया. इसके कब्जे से लूटे गए 20 हजार रुपये, एक तमंचा, दो कारतूस, एक मोटरसाइकिल बरामद की है. नगेंद्र से पूछताछ के आधार पर पुलिस ने गैंग में शामिल विशाल, सूरज, प्रवेन्द्र को हजारा नहर बिलराम पुल से कोटरा जाने वाली नहर पटरी से गिरफ्तार किया है. इनके कब्जे से लूटे हुए 86,000 रुपये, एक तमंचा, दो जिंदा कारतूस, एक मोटरसाइकिल, लूटा हुआ थैला और पीड़ित इंद्रजीत के आधार कार्ड बरामद किए हैं.
पुलिस अधीक्षक सौरभ दीक्षित के मुताबिक गिरफ्तार आरोपियों से पुलिस ने जब कड़ाई से पूछताछ की तो बताया कि ब्रजेश, नगेन्द्र, संदीप, अंकित को जानकारी थी कि इन्द्रजीत मास्टर अपने साथ 4.50 लाख रुपये लेकर पुराने ट्रैक्टर खरीदने के लिए घूम रहा है. इसके बाद उन्होंने योजना बनाई कि इंद्रजीत को बुलाकर लूट लें. तभी ब्रजेश ने उसे पुरानी सस्ती मोटरसाइकिल दिलवाने के लिए फोन करके बुला लिया और 14000 रुपये में सौदा तय कर दिया. इसके बाद आरसी देने के बहाने भगवंत पुर पुल पर बिठाए रखा. जैसे हल्का अंधेरा होने लगा योजना के अनुसार अंकित के चार दोस्त, प्रवेन्द्र, सूरज उर्फ बौना, अनमोल, विशाल ग्राम इनायती मोड़ के पास जंगल में मौका देखकर बंदूक की बल पर पैसे वाला बैग लूटकर भाग गए थे. लूटे हुए सभी लोगों ने आपस में बांट लिए थे.
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