कासगंज: कोविड-19 से जहां एक तरफ देश और दुनिया त्रस्त है. वहीं लोग लॉकडाउन के समय दूसरों की मदद भी कर रहे हैं. इससे इतर प्रवासी गरीब और मजदूरों को लेकर राजनीति भी खूब हो रही है. इसी के चलते उत्तर प्रदेश कांग्रेस समिति के निर्देश पर राज्य से लेकर जिला स्तर तक लगातार विरोध जताया जा रहा है. इसी क्रम में मंगलवार को कासगंज के कांग्रेस जिलाध्यक्ष मनोज पांडेय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अजय कुमार लल्लू की गिरफ्तारी को गैर कानूनी बताया.
कांग्रेस जिलाध्यक्ष मनोज पाण्डेय ने प्रेसवार्ता में कहा कि उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू की जमानत याचिका सेशन कोर्ट से खारिज कर दी गई है. हमें न्यायपालिका में पूरा विश्वास है. हमारे प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को इंसाफ मिलेगा. उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी अजय कुमार लल्लू की गैरकानूनी गिरफ्तारी के खिलाफ महाअभियान चलाएगी. हम एक-एक गांव और एक-एक गरीब मजदूर की झोपड़ी तक अपनी बात लेकर जाएंगे और लोगों की सेवा करेंगे.
उन्होंने कहा कि लाखों जरूरतमंदों तक भोजन और राशन पहुंचने वाले हजारों मजदूरों को उनके घरों तक लाने वाले गरीबों मजदूरों के मददगार अजय कुमार लल्लू का आखिर अपराध क्या है. यही कि उन्होंने जरूरतमंदों की मदद की, मजदूरों को राहत मिले इसलिए बसों का बंदोबस्त किया. गरीब मजदूर विरोधी योगी आदित्यनाथ की सरकार नहीं चाहती कि श्रमिक भाइयों बहनों को राहत मिले.
उन्होंने बताया कि अबतक पूरे प्रदेश में 90 लाख से अधिक लोगों तक कांग्रेस पार्टी ने राशन और भोजन पहुंचाया है. 10 लाख प्रवासी श्रमिकों की मदद की. 22 जिलों में साझी रसोईघर चलाया गया. 40 हाइवे स्टॉल्स लगाकर नाश्ता, खाना वितरित किया गया. यह सब प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के नेतृत्व में हुआ और आज हम संकल्प ले रहे हैं, कि भाजपा सरकार के दमन से झुकेंगे नहीं. हमें न्यायपालिका पर भरोसा है.