कानपुर: सूबे के साथ ही कानपुर में नगर निकाय चुनाव की हलचल तेज हो गई है. सोमवार को कानपुर नगर निगम मुख्यालय में नामांकन फार्म लेने महापौर व पार्षद पद के दावेदार बड़ी संख्या में पहुंच गए. इस दौरान विवाद से बचाव के लिए नगर निगम मुख्यालय, स्मार्ट सिटी कार्यालय, प्रमिला सभागार समेत अन्य भवनों में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनात की गई थी.
कानपुर में नगर निकाय चुनाव के नामांकन को लेकर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है. इस सुरक्षा के बीच नगर निगम कर्मियों को नगर निगम कार्यालय पहुंचने में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा. सुबह के समय कुछ देर के लिए नामांकन पत्र के दौरान भीड़ की वजह से हंगामा भी हुआ. लेकिन सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कानपुर नगर आयुक्त शिव शरणप्पा जीएन और डीएम विशाख जी समेत तमाम अधिकारी जांच करने पहुंच गए. वहीं, एडीएम सिटी अतुल कुमार कई घंटों तक टेबल पर खुद फार्म देखते रहे. हालांकि दोपहर तक सभी गतिविधियां सामान्य हो गईं थी.
शहर में एक ओर जहां सपा व कांग्रेस के दावेदारों ने महापौर के नामांकन पत्र का फार्म पहले ही दिन ले लिया था. वहीं, भाजपा के दावेदार अपनी सूची आने का इंतजार कर रहे हैं. शहर में 24 अप्रैल तक नामांकन पत्र दाखिल होगा. कानपुर में महापौर पद के लिए जनरल कैंडिडेट को नामांकन पत्र के लिए शुल्क के तौर पर एक हजार रुपये जमा करना पड़ेगा. वहीं, जमानत राशि 12 हजार रुपये रखी गई है. इसी तरह ओबीसी व एससी और एसटी आरक्षित वर्ग के लिए नामांकन पत्र शुल्क 500 रुपये रखा गया है. जबकि जमानत धनराशि 6 हजार रुपये है. डीएम विशाख जी ने बताया कि नगर निगम मुख्यालय में नामांकन फार्मों का वितरण शुरू हो गया है. पहले दिन जांच पड़ताल में कोई शिकायत नहीं मिली है.