कानपुरः मामला जीटी रोड स्थित रामकृष्ण मिशन स्कूल का है. इस स्कूल में पढ़ने वाले आठवीं के छात्र ने स्कूल से छुट्टी लेने के लिए प्रिंसिपल डी के शुक्ला को छुट्टी का प्रार्थना पत्र दिया. प्रार्थना पत्र में छात्र ने लिखा कि प्रार्थी छात्र की मौत 20 अगस्त को प्रातः 10 बजे हो गई है. कृपया हाफ टाइम से छुट्टी देने की कृपा करें.
प्रिंसिपल डी के शुक्ला की बड़ी लापरवाही यहां देखने को मिली, जब उन्होंने बगैर प्रार्थना पत्र पढ़े लाल पेन से उस प्रार्थना पत्र पर ग्रांटेड लिखकर छात्र की छुट्टी मंजूर कर दी. छुट्टी लेने के बाद छात्र घर पहुंचा और अपने दोस्तों से प्रार्थना पत्र को लेकर चर्चा की. कुछ दिनों तक तो ये मामला दबा रहा, लेकिन उसके एक साथी छात्र ने छुट्टी के प्रार्थना पत्र को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.
प्रिंसिपल की बड़ी लापरवाही
प्रिंसिपल डी के शुक्ला से पत्रकारों ने जब बात करना चाहा तो उन्होंने मोबाइल फोन नहीं उठाया और कुछ देर बाद फोन स्विच ऑफ कर लिया. स्कूल में करीब 1200 छात्र हैं. उनकी जिम्मेदारी प्रिंसिपल की होती है. अगर प्रिंसिपल ऐसी लापरवाही करेंगे तो उन 1200 बच्चों की जिम्मेदारी पर भी सवालिया निशान लगता दिखाई देगा.