कानपुर: जिले के बर्रा थाने में कानपुर एसएसपी दिनेश कुमार पी निरीक्षण करने पहुंचे. इस दौरान घंटों एसपी साउथ अपर्णा गुप्ता, सीईओ और इंस्पेक्टर के साथ मीटिंग करने के बाद कप्तान साहब मीडिया से रूबरू तो हुए, लेकिन संजीत यादव अपहरण कांड में पूछे गए सवालों से वह बचते हुए नजर आए. इस मामले में दिनेश कुमार पी ने कहा कि जांच की जा रही है और कोई अपडेट होने पर जानकारी दे दी जाएगी. हालांकि इस पूरे प्रकरण में अब तक पुलिस के हाथ कोई भी सुराग नहीं लगा. इस मामले में पुलिस प्रशासन की ओर से कई लापरवाही देखी गई हैं.
अपहरण के मामले पर कोई जवाब नहीं दे पाए एसएसपी
कानपुर के संजीत यादव अपराह्न मामले को आज एक महीना हो गया है, लेकिन 4 दिनों में संजीत यादव के अपराह्न के खुलासा करने का दम भरने वाले कानपुर एसएसपी दिनेश कुमार पी अब इस अपहरण कांड पर सुस्त नजर आ रहे हैं. मंगलवार को जिले के बर्रा थाना पहुंचे एसएसपी दिनेश कुमार पी ने घंटों अधिकारियों से मीटिंग की. मीटिंग करने के बाद जब दिनेश कुमार मीडिया के सामने आए तो इस मामले में उनके पास कोई जवाब नहीं था. जो भी अपडेट होगा वह बता दिया जाएगा, केवल इतना बोलकर उन्होंने इस मामले से पल्ला झाड़ लिया. बता दें कि यह वही एसएसपी दिनेश कुमार पी हैं, जिन्होंने पीड़ित परिवार से चार दिन की मोहलत मांगी थी, लेकिन अब इनके पास बोलने के लिए कुछ भी नहीं है.
ये था पूरा मामला
22 जून को पैथोलॉजी में कार्यरत संजीत यादव का घर आते समय अपहरण हो गया था. इसके बाद संजीत को छोड़ने के लिए अपहरणकर्ताओं ने परिजनों को फिरौती की रकम के साथ कानपुर के गुजैनी फ्लाईओवर के ऊपर बुलाया था. परिजन जब फ्लाईओवर पर पहुंचे तो पुलिस भी उनके पीछे-पीछे अपहरणकर्ताओं को पकड़ने के लिए लगी थी. अपहरणकर्ता के कहने पर परिजनों ने पैसे से भरे बैग को फ्लाईओवर के नीचे फेंक दिया. बर्रा थाना पुलिस को गच्चा देकर शातिर अपहरणकर्ता फिरौती के 30 लाख रुपए लेकर फरार हो गए और युवक को भी नहीं छोड़ा.