कानपुर: हमेशा की तरह सपा विधायक इरफान सोलंकी ने शनिवार को कानपुर कोर्ट में पेशी के बाद निकलते ही शायरी पढ़ी...तूफानों से डरकर नौका पार नहीं होती, संघर्ष करने वालों की कभी हार नहीं होती. इन पंक्तियों को पढ़ते हुए वह मुस्कुराए और महाराजगंज जेल के लिए रवाना हो गए. वहीं दूसरी ओर उनके भाई रिजवान सोलंकी ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि वह बहुत अधिक परेशान हैं. उनकी सीएम योगी से मांग है कि जो मुकदमे सपा विधायक व उन पर दर्ज हैं उनकी निष्पक्ष जांच कराई जाए. उन्हें भरोसा है कि वह बाइज्जत बरी हो जाएंगे.
सपा विधायक इरफान सोलंकी व उनके भाई रिजवान सोलंकी करीब 12 बजे कानपुर कोर्ट पहुंचे थे. एमपीएमएलए कोर्ट में उनकी पेशी होनी थी. लगभग तीन घंटे की बहस के बावजूद सपा विधायक व उनके भाई पर आरोप नहीं तय हो सके. वहीं, कानपुर पुलिस कमिश्नरेट के आला अफसरों ने इरफान व उनके भाई को परिवारीजनों से मिलने भी नहीं दिया. किसी तरह की अव्यवस्था न हो इसके लिए कानपुर कोर्ट को छावनी में तब्दील रखा गया था.
आते समय चेहरे पर मुस्कान थी, जाते समय पढ़ी शायरी: पिछली तीन पेशियों में सपा विधायक जब-जब कानपुर कोर्ट पहुंचे हैं तो उनका अंदाज सभी को भा गया. आते समय सपा विधायक इरफान सोलंकी के चेहरे पर मुस्कान छाई थी तो लौटते समय उन्होंने अलग-अलग शायरियां पढ़ीं. यही नहीं, शनिवार को तो सपा विधायक जब कानपुर कोर्ट पहुंचे थे तो उन्होंने गाड़ी से उतरते ही आसमां की ओर अपना हाथ दिखाया और खुद ऊपर देखा था. कार्यकर्ताओं का कहना था कि वह यह संदेश दे रहे थे कि उन्हें ईश्वर पर पूरा भरोसा है.