कानपुर: महानगर में लव जिहाद के मामलों की जांच के लिए गठित एसआईटी ने जांच रिपोर्ट आईजी रेंज मोहित अग्रवाल को सौंप दी है. बता दें कि एसआईटी ने 14 लव जिहाद के मामलों को अपनी जांच में शामिल किया था. इनमें 11 मामलों में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है, जबकि 3 मामलों में लड़कियों ने लड़कों के पक्ष में बयान दिया था. इसके चलते इन 3 मामलों में फाइनल रिपोर्ट लगा कर जांच बंद कर दी गई है.
पहचान छिपाकर की शादी
पुलिस महानिरीक्षक मोहित अग्रवाल ने बताया कि एसआईटी ने लव जिहाद के 14 मामलों में की जांच में चौंकाने वाले खुलासा किए हैं. इसमें पता चला है कि 4 लड़के आपस में एक-दूसरे के संपर्क में थे. इन लोगों ने अपनी पहचान छिपाकर दूसरे धर्म की लड़कियों से साजिश के तहत छल कर विवाह किया था. तीन मामलों में आरोपी युवकों ने अपना हिन्दू नाम बताकर लड़कियों को न सिर्फ अपने जाल में फंसाया, बल्कि शादी भी कर ली.
नहीं मिले विदेशी फंडिंग के सबूत
आईजी कानपुर जोन मोहित अग्रवाल ने बताया कि लव जिहाद के इन मामलों में एसआईटी को पड़ताल में विदेशी फंडिंग के कोई भी साक्ष्य नहीं मिले हैं. इतना ही नहीं संगठित साजिश के भी तथ्य सामने नहीं आए हैं. दूसरे धर्म की लड़कियों से निकाह करने के लिए आरोपियों ने लड़कियों का नाम और धर्म परिवर्तित जरूर कराया है.
इसलिए हुई एसआईटी जांच
कानपुर के जूही कॉलोनी और नौबस्ता इलाके में लव जिहाद के कई मामले सामने आए थे, जिसके बाद कई युवतियों के परिजनों ने पुलिस से अपनी बेटी का जबरन धर्म परिवर्तन कर नाम बदलकर प्यार में फंसाने के आरोप लगाए थे. इसके मद्देनजर आईजी जोन कानपुर मोहित अग्रवाल ने एसआईटी का गठन कर मामले की गहनता से जांच के आदेश दिए थे.
इसे भी पढ़ें- व्यापारियों ने की दोषी पुलिसकर्मी पर कार्रवाई की मांग, जानें क्यों