कानपुर : शहर में कानपुर विकास प्राधिकरण (केडीए) की ओर से जल्द ही न्यू कानपुर सिटी योजना को क्रियान्वित किया जाना है. इसके लिए केडीए ने उन सभी काश्तकारों को सर्किल रेट से चार गुना अधिक राशि देने का फैसला किया है, जिनकी जमीनें अधिग्रहीत होंगी. ऐसे में केडीए सचिव के पास इस तरह की कई शिकायतें पहुंच गईं, कि बाहरी लोग व बिचौलिए काश्तकारों के बीच पहुंचकर यह अफवाह फैला रहे हैं कि केडीए जमीनों के एवज में पूरी राशि नहीं देगा. इस मामले की गंभीरता को समझने के बाद केडीए सचिव शत्रोहन वैश्य ने कहा, कि 'अगर किसी काश्तकार को कोई समस्या लगती है तो वह सीधे उनके कार्यालय में आकर संपर्क कर सकता है. साथ ही उन्होंने आगाह किया, कि कोई भी काश्तकार किसी बिचौलिए या बाहरी व्यक्ति से संपर्क न करे.'
साल 2022 में ही तय हो गए थे सर्किल रेट और जमीनों के दाम : केडीए सचिव शत्रोहन वैश्य ने बताया, कि 'न्यू कानपुर सिटी के लिए जिन जमीनों को खरीदा जाना है. उनके दाम साल 2022 में ही तय हो गए थे. उस समय ही एक कमेटी बनाई गई थी, जिसमें केडीए वीसी समेत अन्य सदस्य शामिल थे. शासन को भी पूरी सूचना दी जाती है. काश्तकारों को सर्किल रेट से चार गुना अधिक राशि हम देंगे. इसके लिए बाकायदा सहमति पत्र भी लिया जाएगा. बोले, न्यू कानपुर सिटी योजना के लिए सिंहपुर व आसपास के कुल चार गांवों को हमने चिन्हित किया है. करीब 106 काश्तकारों की सूची बन चुकी है, जिन्हें जमीनों के बदले राशि दी जानी है. उन्होंने कहा, कि अगर केडीए की जानकारी में किसी बाहरी व्यक्ति या बिचौलिए द्वारा कोई धोखाधड़ी की जाती है तो संबंधित व्यक्ति के खिलाफ विधिक कार्रवाई होगी.'
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