कानपुर: कोरोना की वजह से सभी स्कूल कॉलेज तीन महीने तक बंद रहे. जुलाई माह से ज्यादातर स्कूल कॉलेज वालों ने ऑनलाइन पढ़ाई शुरू कर दी है. अब स्कूल कॉलेज वाले छात्र-छात्राओं के अभिभावकों से फीस जमा करने के लिए दबाब बना रहे हैं. कोरोना काल मे लॉकडाउन की वजह से सभी लोगों के काम धंधे बंद हो गए, जिसकी वजह से ज्यादातर अभिभावकों को आर्थिक तंगी से गुजरना पड़ रहा है.
जिले के सरसैया घाट पर स्कूल द्वारा फीस माफ करने के मुद्दे को लेकर अभिभावक जल समाधि लेकर विरोध प्रदर्शन करने जा रहे थे. बीच रास्ते पर ही पुलिस ने प्रदर्शनकारी अभिभावकों को रोक लिया. बहुत देर तक अभिभावकों व पुलिस के बीच नोकझोंक हुई. अंत में अभिभावकों ने घाट पर ही अपना विरोध प्रदर्शन जताया. अभिवावकों का कहना था कि अगर उनकी मांग को अब न माना गया तो उत्तर प्रदेश की सड़कों पर जनांदोलन देखने को मिलेगा.
अभिभावक संघ के अध्यक्ष राकेश मिश्रा ने बताया कि कोरोना महामारी की वजह से लोगों का व्यापार चौपट हो गया है. वह फीस देने में असमर्थ हैं. अगर सरकार हमारी मांग नहीं मानती तो जनांदोलन होगा.
जिलाधिकारी ब्रह्मदेव राम तिवारी ने कहा कि जो लोग सक्षम हैं वह फीस भर सकते हैं. ऊपर से जो आदेश होंगे हम उनका पालन कराएंगे. यदि स्कूल फीस माफ कर देता है तो हम उसका स्वागत करते हैं.