कानपुर: कोरोना काल में त्योहारों को मनाने का तरीका भी बदल गया है. इस बार भी बकरीद के त्योहार को कोरोना प्रोटोकॉल के साथ मनाना होगा. कानपुर में पुलिस और प्रशासन ने बकरीद में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन कराने की तैयारी की है, जिसके लिए मुस्लिम धर्मगुरुओं के साथ बैठक कर इस बारे में एक राय बनाई गई है. इस बार भी ईदगाहों में नमाज नहीं होगी. वहीं धर्मगुरु भी लोगों से अपील कर रहे हैं कि सामाजिक दूरी का पालन करते हुए घर पर त्योहार मनाएं.
कानपुर में कोरोना संक्रमण से पहले बकरीद के मौके पर ईदगाहों में सामूहिक नमाज का आयोजन होता आया है. यहां बड़ी ईदगाह में 3 लाख से अधिक लोग एक साथ नमाज अदा करते रहे हैं. कोरोना संक्रमण के बाद अब ऐसा करना संभव नहीं है. इस बार ईदगाहों में बकरीद की नमाज नहीं अदा की जाएगी. मुस्लिम धर्मगुरुओं का कहना है कि कोरोना की थर्ड वेव की संभावना बनी हुई है. ऐसे में लोगों को त्योहारों की खुशी मनाते समय अपनी जिम्मेदारी को नहीं भूलना चाहिए. बकरीद में लोग सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करें. वहीं कुर्बानी खुले स्थानों में नहीं की जाए. साथ ही कुर्बानी के बाद व्यापक तरीके से साफ-सफाई की जाए. शहर काजी हादी अब्दुल कुद्दूस ने कहा कि बकरीद के त्योहार को मुस्लिम समुदाय के लोग अमन चैन के साथ मनाएं. अपने पड़ोस में रहने वाले लोगों को खुशी में शामिल करें.
बकरीद के त्योहार के मद्देनजर प्रशासन ने भी अपनी तैयारी की है. धर्मगुरुओं के साथ बैठक कर दिशा-निर्देश दिये जा चुके हैं. बैठक में धर्मगुरुओं से कहा गया है कि बकरीद में कोरोना के नियम नहीं टूटें, जिसके चलते ईदगाहों में नमाज अदा करने की अनुमति नहीं दी गई है. पुलिस कमिश्नर असीम अरुण का कहना है कि स्थानीय स्तर पर मस्जिदों में नमाज अदा करने की अनुमति है. ईदगाह में भी एक बार में 50 से अधिक लोग नमाज अदा नहीं करेंगे. लोगों से नमाज के दौरान उचित दूरी को बनाए रखने को कहा गया है. पुलिस कमिश्नर ने कहा कि बकरीद में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन कराने के लिए व्यापक तैयारियां की गई हैं.
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प्रशासन के साथ-साथ मुस्लिम धर्मगुरु भी अपील कर रहे हैं कि बकरीद के त्योहार में कोरोना प्रोटोकॉल की अवहेलना न हो. कोरोना की तीसरी लहर आने की संभावना है. ऐसे में लोगों को भी अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी. ताकी लोग कोरोना के वाहक न बनें बल्कि इसे रोकने में अपनी भागीदारी करें.