कानपुर: अरहर और चना की खेती करने वाले किसान अभी एक साल में एक बार ही फसल उगाते हैं. ऐसे में उन्हें फसलों की एक निश्चित पैदावार ही मिलती है. किसानों की पैदावार बढ़े और वो समृद्ध बन सकें, इसके लिए भारतीय दलहन अनुसंधान संस्थान (आइआइपीआर) के वैज्ञानिक एक खास शोध करने जा रहे हैं. इसके चलते वो चना और अरहर की फसलों को एक साल में कई बार उगाने की कवायद करेंगे. इस संबंध में केंद्र सरकार की तरफ से संस्थान को दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं.
स्पीड ब्रीडिंग के लिए लगेगा विशेष प्लांट: आइआइपीआर के निदेशक डॉ. बंशा सिंह ने बताया कि संस्थान में पहली बार एक फसल को एक साल में कई बार उगाने और तैयार करने के लिए एक विशेष स्पीड ब्रीडिंग प्लांट लगेगा. इसके लिए केंद्र सरकार ने पांच करोड़ रुपये का बजट रखा है. आने वाले दिनों में यह कवायद शुरू हो जाएगी. संस्थान के विशेषज्ञ और वैज्ञानिक आर्टिफिशिल तापमान, जलवायु के साथ अन्य घटकों को तैयार करेंगे. इसके अलावा यह भी देखा जाएगा कि आखिर फसलों में कौन-कौन से रोग लगते हैं. उसके क्या कारण हैं? और कैसे समाधान किया जा सकता है?
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आंकड़ों को देखें-
फसलों का उत्पादन (मिलियन टन में) | ||
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फसलों का नाम | वर्ष 2020-21 | वर्ष 2021-22 |
चिकपी | 11.91 | 13.98 |
पिजनपी | 04.32 | 04.35 |
मूंगबीन | 03.09 | 02.85 |
उरदबीन | 02.23 | 02.76 |
लेनटिल | 01.49 | 01.44 |
खरीफ की फसलें | 01.63 | 01.74 |
रबी की फसलें | 08.62 | 08.25 |
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