कानपुर: जिले के असोहा थाना क्षेत्र में संदिग्ध अवस्था में मिली नाबालिग जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रही है. उसको बचाने के लिए अस्पताल के डॉक्टर दिन रात एक किये हुए हैं. प्रशासन द्वारा इस मामले में डॉक्टरों का एक पैनल बनाकर पीड़िता का इलाज किया जा रहा है. उसकी हालत के बारे में बताते हुए डॉक्टर ने जानकारी दी कि अब लड़की की हालत में कुछ सुधार आया है. डॉक्टरों के अनुसार, बच्ची की हालत में 36 घंटो के दौरान सुधार हुआ है. वहीं सुधार के दौरान लड़की को वॉच भी किया जा रहा है. वहीं डॉक्टरों ने बताया कि जो विषैला पदार्थ लड़की को दिया गया था उसका सैंपल लखनऊ भेजा गया है. इस घटना का मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने गंभीरता से संज्ञान लिया है.
उन्नाव के असोहा थाना क्षेत्र में हुई घटना में तीसरी नाबालिग लड़की को कानपुर के रिजेंसी हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था. जहां उसकी हालत चिंताजनक बनी हुई थी. जिसके चलते प्रशासन द्वारा डॉक्टरों का एक पैनल उसकी देखरेख के लिए लगाया गया था. वहीं शुक्रवार को रिजेंसी के जनसंपर्क अधिकारी परमजीत सिंह ने बताया कि लड़की की हालत में 36 घंटे के दौरान कुछ सुधार आया है, जिसके चलते लड़की ने कुछ मूवमेंट भी किया है. जल्द ही लड़की को वेंटिलेटर से हटा दिया जाएगा. रि
मुख्यमंत्री ने भेजी विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम
इस घटना को मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने गंभीरता से लेते हुए केजीएमयू के विशेषज्ञ चिकित्सकों की एक टीम कानपुर के लिए भेजी है. ताकि पीड़िता की देखरेख में किसी भी प्रकार की कमी न रहे.
ये है मामला
आपको बता दें कि बीते बुधवार को घास लेने घर से निकली तीन लड़कियां जब काफी समय हो जाने के बाद वापस नहीं लौटी, तो परिजनों ने ढूढ़ना शुरू किया. इसी दौरान उन्हें तीनों लड़कियां एक खेत में बंधी हुई मिली थीं. जिनके मुंह से झाग निकल रहा था. परिजनों ने हालत देखते हुए तीनों को पास की सीएचसी में भर्ती कराया था, जहां डॉक्टरों ने दो को मृत घोषित कर दिया. वहीं एक की हालत गंभीर है, उसे कानपुर रेफर कर दिया गया था.
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