कानपुर : शहर में वायु प्रदूषण की मार शासन-प्रशासन की घोर लापरवाही की ओर इशारा करता है. कोरोना काल में देश के कई महानगरों में वायु प्रदुषण का ग्राफ तेजी से बढ़ता जा रहा है. पिछले ही साल प्रदूषण खतरनाक स्तर तक पहुंच गया था, लेकिन कम करने के लिए न तो औद्योगिक घरानों पर दबाव बनाया गया और न ही पुराने वाहनों पर अंकुश लगाने की कोशिश की गई. वहीं बढ़ते प्रदूषण को लेकर न तो सरकार गंभीर है, न ही आम लोग सतर्क दिख रहे हैं. इसी बीच वायु प्रदूषण को लेकर महानगर कानपुर एक छात्र ने अनोखी पहल की है. 11वीं के छात्र प्रांजल ने एक ऐसे रोबोट का निर्माण किया है, जो प्रदूषित हवा को खींचकर स्वच्छ हवा वातावरण में छोड़ देता है.
वायु प्रदूषण के मामले में कानपुर देश के सबसे प्रदूषित सूची में पहले पायदान पर आ गया है. वायु प्रदुषण को रोकने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है. केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावेड़कर ने भी इस पर चिंता जाहिर की है. उन्होंने वायु प्रदुषण से निपटने के लिए समीर एप डाउनलोड करने की अपील की है. जिससे विभिन्न शहरों में प्रदुषण का सही अपडेट मिलता रहे. लेकिन वायु प्रदुषण पर नियंत्रण लगाने का कोई सटीक उपाय सरकार को नजर नहीं आ रहा है. वहीं अपने शहर को जहरीली हवा का शिकार होता देख प्रांजल ने इस रोबोट का निर्माण किया है.
ऐसे बनाया छात्र ने रोबोट
11वीं के छात्र प्रांजल ने अपने दोस्त के साथ मिलकर एक रोबोट का आविष्कार किया है. इस रोबोट में कई तरह की इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस फीट की गई है. साथ ही इसमें एक एयर फिल्टर का इस्तेमाल किया गया है. अगर आपके कमरे में वायु प्रदुषण है तो रोबोट खुद-ब-खुद उस जगह पर पहुंच जाएगा और प्रदूषित हवा को अपने अंदर खींच लेगा, जिसके बाद वही प्रदूषित हवा फिल्टर होकर बाहर निकल आएगी. साथ ही हवा के प्रदूषित कण एयर फिल्टर में ही रह जाएंगे.
टीचर को है होनहार छात्र पर गर्व
प्रांजल ने जब इस रोबोट का डेमो अपनी प्रिंसिपल पूजा अवस्थी के समक्ष दिया, तो वो भी हैरान रह गईं. उन्होंने एयर फिल्टर रोबोट को सबसे पहले अपने स्कूल में इस्तेमाल करने की बात कही. उनका कहना है कि "प्रांजल हमारे भविष्य के वैज्ञानिक है. स्कूल में जो लैब है, उससे प्रांजल को काफी मदद मिली है."