कन्नौज : जिले के सदर ब्लॉक खंड के महाचंदापुर गांव में चकबंदी की प्रक्रिया चल रही है. ग्रामीणों ने चकबंदी प्रक्रिया में धांधली का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि लेखपाल और अन्य लोग दबंगों के इशारे पर काम कर रहे हैं. जिसके चलते ग्रामीणों की खेती का रकबा जानबूझकर कम किया जा रहा है. साथ ही रुपए की भी मांग की जा रही है. ग्रामीणों ने डीएम से चकबंदी की प्रक्रिया दोबारा कराने व दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है.
यह है पूरा मामला
मंगलवार को सदर ब्लॉक क्षेत्र के महाचंदापुर गांव निवासी उमाशंकर, गोविंद, राजेश, रामपाल, जगदीश, दीपचंद, रावेंद्र, रामकुमार, शिवम, रूप दिशा, सुधीर, धीरज समेत करीब आधा सैकड़ा से अधिक ग्रामीण कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचे. ग्रामीणों ने डीएम को दिए शिकायती पत्र में कहा है कि उनके गांव महाचंदापुर में चकबंदी चल रही है. जिसमें चकों को लेकर ग्रामवासी असंतुष्ट हैं. लेखपाल और कानूनगो गांव के कुछ दबंगों लोगों के साथ मिलकर चकों का बंटवारा ठीक तरीके से नहीं कर रहे है. जिसके चलते ग्रामीण काफी परेशान हैं.
चकबंदी के नाम पर हो रही अवैध वसूली
ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि लेखपाल चकबंदी के नाम पर चक का रकवा कम देते हैं. जो लोग रुपए दे रहे हैं उनके चक पूरे नाप में निकाल दिए जा रहे हैं. जो रुपए देने में असमर्थ हैं, उनके दो बीघा तक चक कम कर दिए गए हैं. उन्होंने आरोप लगाया है कि लेखपाल और कानूनगो चकों को छोटे-छोटे टुकड़ों में करके कई जगहों पर भी दे रहे हैं. जिससे खेत खराब हो रहा है.
चकबंदी रद्द करने की मांग
ग्रामीणों ने कहा कि चकबंदी में हेराफेरी की जा रही है. गांव के 80 प्रतिशत लोग चकबंदी नहीं चाहते हैं. ग्रामीणों की जमीन कम करके चकबंदी की जा रही है. इससे ग्रामीणों ने गांव में अप्रिय घटना घटित होने की आशंका जाहिर की है. साथ ही चकबंदी प्रक्रिया रद्द कर दोबारा चकबंदी कराए जाने की मांग की है. वहीं जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की भी मांग की है.