कन्नौज: पूरे भारत देश में 21 दिनों के लॉकडाउन के मद्देनजर देशभर की सभी फैक्ट्रियां, कारखाने, भट्टे आदि संस्थानों को भी लॉक कर दिया गया है. इसके बाद से परदेश में अपने बच्चों का पेट पालने के लिए मजदूरी और फैक्ट्रियों में कामगार लोगों के सामने खासी दिक्कत आई हैं. ये जहां पर काम कर रहे थे, वहां के मालिकों ने अपने हाथ खड़े कर दिए. मालिकों ने कामगार मजदूरों से कहा कि आप भाई अपने-अपने घर जाइए. फिलहाल फैक्ट्रियां लॉकडाउन के चलते बंद हैं.
जो मजबूर मजदूर दिल्ली, आगरा, जयपुर आदि स्थानों पर नौकरी कर रहे थे. वे लॉकडाउन के चलते ट्रांसपोर्टेशन साधन बंद होने के कारण पैदल ही अपने घरों को दिल्ली से बिहार, बंगाल, प्रयागराज, बनारस, गाजीपुर, गोरखपुर आदि के लिए निकल पड़े. मामले का संज्ञान प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने लिया और प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को इनके खानपान की जिम्मेदारी सौंपी. साथ ही लोगों को सुरक्षित उनके घरों तक पहुंचाने के लिए रोडवेज बसों का संचालन प्रारंभ कराया.
इसे भी पढ़ें:- लखनऊ: योगी सरकार का किसानों को राहत देने वाला निर्णय, लॉकडाउन में भी फसल खरीदेगी सरकार
बसों के संचालन के साथ ही जीटी रोड पर पुलिस प्रशासन ने थोड़ी सी ढील क्या दी कि लोग जुगाड़ गाड़ी, रिक्शा, टेंपो, निजी बसों और रोडवेज बसों की छतों पर अपनी जान को जोखिम में डालकर परदेश से अपने घरों के लिए निकल पड़े. ऐसे में लापरवाह लोग सोशल डिस्टेंस की धज्जियां उड़ा रहे हैं. शनिवार को जीटी रोड से दिल्ली से कानपुर की ओर लगभग 2 सैकड़ा वाहन जैसे बस, ट्रक, रिक्शा, डीसीएम, जुगाड़ गाड़ी आदि साधनों पर लोग जान जोखिम डालकर सवारिया ले जाते दिखे.