कन्नौज: जिले के तिर्वा थाना क्षेत्र के अन्नपूर्णा नगर निवासी डॉ. गोपाल राजपूत के बेटे अभिषेक की हत्या का पुलिस ने खुलासा किया है. पुलिस ने बताया कि फिरौती मांगने और हत्या करने वाले आरोपियों में से चार को गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं तीन आरोपी अभी भी गिरफ्त से बाहर हैं, जिनकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है.
अभिषेक हत्याकांड का खुलासा
जिले में इंटरमीडिएट में पढ़ने वाले छात्र ने अपने शौक पूरे करने के लिए कर्ज लिया. कर्ज चुकाने के लिए उसने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर अपने ही दोस्त का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी. हत्यारोपियों ने छात्र की हत्या कर उसके शव को एक जंगल में गड्ढा खोदकर दबा दिया था. इस जघन्य वारदात में हत्यारोपी युवक ने अपने मामा, चचेरे भाई और चार दोस्तों को शामिल किया. सभी हत्यारोपियों ने 15 दिन पहले मृतक छात्र के अपहरण की योजना बनाई थी.
अपहरण के बाद मांगी गई थी आठ लाख फिरौती
पुलिस ने बताया कि अपहरण के बाद फिरौती में आठ लाख रुपये के लालच में अभिषेक के साथ पढ़ने वाले मुख्य आरोपी शिवम राजपूत उर्फ दारोगा पुत्र स्व जीतू राजपूत निवासी दौलीखाती थाना तिर्वा ने इस पूरे मामले की साजिश रची थी. शिवम ने फिरौती में मिलने वाली रकम आपस में बांटने का लालच देकर अपने चचेरे भाई रोशन पुत्र संजय राजपूत एवं मामा ध्रुव निवासी श्याम नगर फर्रुखाबाद, श्याम सुंदर पुत्र रामसेवक निवासी ग्राम झबरा थाना तिर्वा, राम जी पुत्र रामकुमार निवासी ग्राम सुक्खापुरवा थाना तिर्वा, लल्ली पुत्र बालकराम निवासी जयसिंहपुरवा थाना तिर्वा, आशीष वर्मा पुत्र देवपाल वर्मा निवासी ग्राम कमलेपुरवा थाना तिर्वा को इस पूरे मामले में शामिल किया था. पुलिस ने इस मामले में शिवम, श्याम सुंदर, राम जी और आशीष को गिरफ्तार कर लिया है. इनके कब्जे से हत्या में प्रयुक्त चाकू, टूटी हांकी, फिरौती मांगने में उपयोग किया गया मोबाइल फोन, एक तमंचा, एक फावड़ा और तीन मोबाइल फोन बरामद किए हैं.
कैसे हुआ था अपहरण के बाद हत्या
पुलिस अधीक्षक अमरेंद्र प्रसाद सिंह ने इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए बताया कि मुख्य आरोपी शिवम, आशीष और रोशन, मृतक अभिषेक के साथ इंटर की पढ़ाई करते थे. सभी ने अपने दोस्त अभिषेक के अपहरण की साजिश रची और 4 फरवरी को आरोपी शिवम ने अपनी प्रेमिका से मिलवाने की बात कहकर अभिषेक को आशीष के साथ तेरारब्बू गुरसहायगंज के जंगल में ले गया था. वहां पहले से ही उसके अन्य साथी मौजूद थे, जहां पर सभी ने अभिषेक की हत्या करने के बाद शव को एक गड्ढे में गाड़ दिया था. इसके बाद 10 फरवरी को आरोपियों ने मृतक अभिषेक के पिता गोपाल को फोन कर उनसे आठ लाख रुपए की फिरौती की मांग की. जिसपर पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और फिर उनकी निशानदेही पर शव को बरामद कर शिवम के भाई रोशन, मामा ध्रुव और लल्ली की तलाश करने में जुट गई है.
पर्दाफाश करने वाली सर्विलांस टीम हुई पुरस्कृत
पुलिस अधीक्षक अमरेंद्र प्रसाद सिंह ने इस मामले का पर्दाफाश करने वाली सर्विलांस टीम प्रभारी शैलेंद्र सिंह और तिर्वा थाना प्रभारी टीपी वर्मा को 25 हजार रुपये इनाम देकर पुरस्कृत किया है.
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