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बुंदेलखण्ड विश्वविद्यालय के पास पहाड़ खोदकर बन रही सड़क, कुलपति और विधायक ने जताई आपत्ति

उत्तर प्रदेश के झांसी में बुंदेलखण्ड विश्वविद्यालय के पास पहाड़ खोदकर सड़क बनाने की बात चल रही है. विश्वविद्यालय के कुलपति और अन्य अधिकारी इस मंशा का विरोध कर रहे हैं.

बुंदेलखण्ड विश्वविद्यालय
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Published : Sep 10, 2019, 12:53 PM IST

Updated : Sep 11, 2019, 12:47 AM IST

झांसी: बुंदेलखण्ड विश्वविद्यालय के निकट स्थित कैमासन मंदिर के लिए पहाड़ी को काटकर बन रही सड़क पर कुलपति और भाजपा विधायक ने आपत्ति जताई है. आपत्ति जताते हुए सड़क निर्माण की मंशा पर सवाल खड़े किए गए हैं क्योंकि मंदिर के लिए पहले से ही दो रास्ते हैं. इस तीसरे रास्ते को बनाने के लिए पहाड़ी काटी जा रही है. इसके वजह से यहां की हरियाली खत्म होने के साथ ही पहाड़ी पर अवैध रूप से कब्जा किये जाने की आशंका जताई जा रही है.

बुंदेलखण्ड विश्वविद्यालय.

सड़क निर्माण को लेकर उठे सवाल
बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर जेबी वैशम्पायन ने बताया कि मंदिर का रास्ता प्रमुख रूप से विश्वविद्यालय से ही है. कभी इस पर रोक नहीं लगाई गई और जब कभी भी मेला लगता है तब भी लोग यहीं से आते-जाते हैं. इस रास्ते पर सफाई और अन्य व्यवस्थाएं भी की जाती है.

कहीं और से रास्ता देने का कोई औचित्य नहीं है क्योकि वहां इतना ट्रैफिक आ जायेगा कि घूमने की स्थिति नहीं बचेगी. विश्वविद्यालय के भीतर से ही रास्ता है जहां से लोग सीढ़ी चढ़कर उस पर आते-जाते हैं.

इसे भी पढ़ें:- झा.वि.प्रा. का बदलेगा चिन्ह, ललित कला संस्थान के विद्यार्थी बनाएंगे नया लोगो

विधायक ने निर्माण की मंशा पर किए सवाल
भारतीय जनता पार्टी के विधायक जवाहर लाल राजपूत सड़क निर्माण की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहते हैं कि कैमासन मंदिर के लिए एक रास्ता करगुवां की तरफ से है और विश्वविद्यालय से भी है. वहां फिर से यह रास्ता देने की बात कहां से उठी, हमारी समझ से बाहर है.

वहीं झांसी के मुख्य विकास अधिकारी निखिल टीकाराम फुण्डे कहते हैं कि यदि किसी विधायक महोदय ने शिकायत की है और यदि शिकायत प्राप्त हो जाती है तो, जो भी उसकी विस्तृत जांच होगी उसके आधार पर ही कार्रवाई की जाएगी.

झांसी: बुंदेलखण्ड विश्वविद्यालय के निकट स्थित कैमासन मंदिर के लिए पहाड़ी को काटकर बन रही सड़क पर कुलपति और भाजपा विधायक ने आपत्ति जताई है. आपत्ति जताते हुए सड़क निर्माण की मंशा पर सवाल खड़े किए गए हैं क्योंकि मंदिर के लिए पहले से ही दो रास्ते हैं. इस तीसरे रास्ते को बनाने के लिए पहाड़ी काटी जा रही है. इसके वजह से यहां की हरियाली खत्म होने के साथ ही पहाड़ी पर अवैध रूप से कब्जा किये जाने की आशंका जताई जा रही है.

बुंदेलखण्ड विश्वविद्यालय.

सड़क निर्माण को लेकर उठे सवाल
बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर जेबी वैशम्पायन ने बताया कि मंदिर का रास्ता प्रमुख रूप से विश्वविद्यालय से ही है. कभी इस पर रोक नहीं लगाई गई और जब कभी भी मेला लगता है तब भी लोग यहीं से आते-जाते हैं. इस रास्ते पर सफाई और अन्य व्यवस्थाएं भी की जाती है.

कहीं और से रास्ता देने का कोई औचित्य नहीं है क्योकि वहां इतना ट्रैफिक आ जायेगा कि घूमने की स्थिति नहीं बचेगी. विश्वविद्यालय के भीतर से ही रास्ता है जहां से लोग सीढ़ी चढ़कर उस पर आते-जाते हैं.

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विधायक ने निर्माण की मंशा पर किए सवाल
भारतीय जनता पार्टी के विधायक जवाहर लाल राजपूत सड़क निर्माण की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहते हैं कि कैमासन मंदिर के लिए एक रास्ता करगुवां की तरफ से है और विश्वविद्यालय से भी है. वहां फिर से यह रास्ता देने की बात कहां से उठी, हमारी समझ से बाहर है.

वहीं झांसी के मुख्य विकास अधिकारी निखिल टीकाराम फुण्डे कहते हैं कि यदि किसी विधायक महोदय ने शिकायत की है और यदि शिकायत प्राप्त हो जाती है तो, जो भी उसकी विस्तृत जांच होगी उसके आधार पर ही कार्रवाई की जाएगी.

Intro:झांसी. बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के निकट स्थित कैमासन मंदिर के लिए पहाड़ी को काटकर बन रही सड़क पर कुलपति और भाजपा विधायक ने आपत्ति जताई है। आपत्ति जताते हुए सड़क निर्माण की मंशा पर सवाल खड़े किए गए हैं क्योंकि मंदिर के लिए पहले से ही दो रास्ते हैं। इस तीसरे रास्ते को बनाने के लिए पहाड़ी काटी जा रही है। इससे हरियाली खत्म होने के साथ ही पहाड़ी पर अवैध रूप से कब्जा किये जाने की आशंका और विश्वविद्यालय की सुरक्षा भी खतरे में पड़ती दिख रही है। कुलपति और भाजपा विधायक ने इस सम्बन्ध में सरकार और प्रशासन से लिखित रूप से भी शिकायत कर आपत्ति जताई है।


Body:बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर जे बी वैशम्पायन ने बताया कि मंदिर का रास्ता प्रमुख रूप से विश्वविद्यालय से ही है। कभी इस पर रोक नहीं लगाई गई। जब कभी मेला लगता है तब भी लोग यहां से जाते हैं। बल्कि सफाई व अन्य व्यवस्थाएं भी हम अपने स्तर पर करते रहते हैं। उधर से रास्ता देने का कोई औचित्य नहीं है क्योकि वहां इतना ट्रैफिक आ जायेगा कि घूमने की स्थिति नहीं बचेगी और अनावश्यक रूप से जाम की स्थिति पैदा होगी। विश्वविद्यालय के भीतर से रास्ता है और लोग सीढ़ी चढ़कर उस पर जाते हैं।


Conclusion:भारतीय जनता पार्टी के विधायक जवाहर लाल राजपूत सड़क निर्माण की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहते हैं कि कैमासन मंदिर के लिए एक रास्ता करगुवां की तरफ से है और विश्वविद्यालय से भी है। वहां फिर से यह रास्ता देने की बात कहां से उठी, हमारी समझ से बाहर है।

झांसी के मुख्य विकास अधिकारी निखिल टीकाराम फुण्डे कहते हैं कि यदि किसी विधायक महोदय ने शिकायत की है और शिकायत प्राप्त हो जाती है तो जो भी उसकी विस्तृत जांच है, उसके आधार पर जो भी कार्रवाई किया जाना है, वह किया जाएगा।

बाइट - 1 - प्रो जे बी वैशम्पायन - कुलपति, बुन्देलखण्ड विवि
बाइट - 2 - जवाहर लाल राजपूत - विधायक, भाजपा
बाइट - 3 - निखिल टीकाराम फुण्डे - सीडीओ

लक्ष्मी नारायण शर्मा
झांसी
9454013045
Last Updated : Sep 11, 2019, 12:47 AM IST
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