झांसीः साल 2021 का राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त सम्मान बुन्देलखण्ड की प्रसिद्ध कथाकार मैत्रेयी पुष्पा को दिया जाएगा. राष्ट्रकवि डॉक्टर मैथिलीशरण गुप्त शिक्षण संस्थान और बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय का हिन्दी विभाग संयुक्त रूप से साल 2017 से हर साल एक साहित्यकार को यह सम्मान देता आ रहा है. राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त की जयंती 3 अगस्त से एक दिन पूर्व इस सम्मान की घोषणा की गई है. राष्ट्रकवि का जन्म झांसी के चिरगांव कस्बे में 3 अगस्त 1886 में हुआ था और उनकी स्मृति में हर साल एक साहित्यकार को सम्मानित करने की परंपरा 2017 में शुरू की गई है.
बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के अध्यक्ष डॉ. पुनीत बिसरिया ने बताया कि कोविड प्रोटोकॉल को देखते हुए 3 अगस्त को आयोजित कार्यक्रम ऑनलाइन भी किया जाएगा. जिससे अधिक से अधिक लोग कार्यक्रम में शामिल हो सकें. इससे पहले यह सम्मान प्रो. नंदकिशोर पाण्डेय को 2017 में, डॉ. कन्हैया सिंह को 2018 में, प्रो. जयप्रकाश को 2019 में और साल 2020 में बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय झांसी के पूर्व कुलपति प्रो. सुरेन्द्र दुबे को दिया जा चुका है. कार्यक्रम के दौरान वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई राजकीय महिला महाविद्यालय झांसी के प्राचार्य डॉ. बीबी त्रिपाठी के संस्कृत ग्रंथ कोरोना शतकम का लोकार्पण भी होगा.
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वर्ष 2021 का राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त सम्मान मैत्रेयी पुष्पा को दिया जाएगा. बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय का हिंदी विभाग, बुन्देलखण्ड साहित्य शोध समिति और डॉ. मैथिलीशरण गुप्त शिक्षण संस्थान संयुक्त रूप से 3 अगस्त को राष्ट्रीय चेतना और राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी, राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त सम्मान समारोह और काव्य संध्या का आयोजन हिन्दी विभाग में करेंगे. कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो. जेवी वैशंपायन करेंगे और मंडलायुक्त डॉ. अजय शंकर पाण्डेय मुख्य अतिथि होंगे. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत कार्यवाह अनिल श्रीवास्तव व प्रख्यात साहित्यकार महेन्द्र भीष्म कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि होंगे.