झांसी: कांग्रेस नेता प्रदीप जैन आदित्य को घर में नजरबंद किए जाने के मामले में उनके बेटे गौरव जैन ने सुप्रीम कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश को पत्र लिखा है. दरअसल कांग्रेस पार्टी की 26 दिसम्बर से गाय बचाओ किसान बचाओ यात्रा की शुरुआत होनी थी. इसे देखते हुए पुलिस ने एक दिन पहले से ही उन्हें नजरबंद कर दिया था.
-
५ दिनो से मुझे व तमाम कांग्रेस नेताओं को बिना किसी लिखित आदेश के पुलिस ने घर में क़ैद करके रखा है। योगी सरकार के तुग़लकी फ़रमान के ख़िलाफ़ आज भारत के मुख्यन्यायाधीश के समक्ष पेटिशन दायर की। pic.twitter.com/jJ68AqiKut
— Pradeep Jain Aditya (@pradeepjain52) December 28, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">५ दिनो से मुझे व तमाम कांग्रेस नेताओं को बिना किसी लिखित आदेश के पुलिस ने घर में क़ैद करके रखा है। योगी सरकार के तुग़लकी फ़रमान के ख़िलाफ़ आज भारत के मुख्यन्यायाधीश के समक्ष पेटिशन दायर की। pic.twitter.com/jJ68AqiKut
— Pradeep Jain Aditya (@pradeepjain52) December 28, 2020५ दिनो से मुझे व तमाम कांग्रेस नेताओं को बिना किसी लिखित आदेश के पुलिस ने घर में क़ैद करके रखा है। योगी सरकार के तुग़लकी फ़रमान के ख़िलाफ़ आज भारत के मुख्यन्यायाधीश के समक्ष पेटिशन दायर की। pic.twitter.com/jJ68AqiKut
— Pradeep Jain Aditya (@pradeepjain52) December 28, 2020
गौरव जैन ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट को चिट्ठी लिखकर पिता प्रदीप जैन आदित्य को पुलिस उत्पीड़न से मुक्त कराने की मांग की. पत्र में लिखा कि यह मौलिक अधिकारों का हनन है. पुलिस ने उनके पिता के घर से बाहर निकलने पर पूरी तरह रोक लगा दी है. सुप्रीम कोर्ट से मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की गई है. वहीं दूसरी ओर जैसे ही झांसी पुलिस को इस बात की जानकारी हुई, पुलिस के अफसर प्रदीप जैन आदित्य के घर पहुंच गए.
पूर्व मंत्री और पुलिस अफसरों से बातचीत के बाद प्रदीप जैन आदित्य के घर से पुलिस फोर्स हटा दी गई. कांग्रेस पार्टी ने बुन्देलखंड में गाय बचाओ किसान बचाओ आंदोलन की शुरुआत की है, जिसमें भाग लेने से रोकने के लिए पूर्व मंत्री को पुलिस ने नजरबंद कर दिया था.