झांसी : क्षेत्रीय आयुर्वेद संस्थान से केंद्रीय अनुसंधान संस्थान के रूप में अपग्रेड होने के बाद झांसी के इस संस्थान में आयुर्वेद रिसर्च फार्मेसी की शुरुआत होने जा रही है. यह देश का पहला संस्थान होगा, जिसमें कच्ची औषधियां और फाइनल प्रोडक्ट बनने के साथ ही क्वालिटी चेक करने के लिए अत्याधुनिक प्रयोगशाला भी है. आयुर्वेद रिसर्च फार्मेसी की शुभारंभ गुरुवार को केंद्रीय मंत्री श्रीपद नाईक लोकार्पण करेंगे.
औषधि अनुसंधान में तेजी की उम्मीद
आयुर्वेद फार्मेसी में विभिन्न तरह के चूर्ण, वटी-गुटी, टैबलेट, क्वाथ, तैल, घृत, अवलेह आदि बनाने की व्यवस्था है. कच्ची औषधि और फाइनल प्रोडक्ट के बनने के बाद उनकी क्वालिटी का भी यहां परीक्षण हो सकेगा. इस पहल से आयुर्वेदिक औषधियों के अनुसंधान में तेजी आएगी.
संग्रहालय बनकर तैयार
संस्थान में आयुष मंत्रालय के राष्ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड की परियोजना पर काम चल रहा है, जिसके तहत सीसीआरएएस से भेजी जाने वाली कच्ची औषधि द्रव्यों का संग्रहण केंद्र स्थापित किया जाएगा. इसे राष्ट्रीय मानक औषधीय संग्रहालय का नाम दिया गया है और इसका नया भवन बनकर तैयार है.
श्रीपद नाईक करेंगे लोकार्पण
गुरुवार को संस्थान में आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री श्रीपद यसो नाईक आयुर्वेद फार्मेसी एवं औषधि परीक्षण प्रयोगशाला और राष्ट्रीय औषध मानक संग्रहालय के नवनिर्मित भवनों का लोकार्पण करेंगे. इस दौरान स्थानीय जन प्रतिनिधि, आयुष मंत्रालय के अधिकारी और वैज्ञानिक मौजूद रहेंगे.