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हमले के पांच दिन बाद मां की मौत और बेटी बेहोश, पुलिस जांच में जुटी

झांसी में घर में सो रही मां-बेटी पर किसी अज्ञात ने हमला कर दिया. जिसमें मां की मौत हो गई. तो वहीं, बेटी अस्पताल में जिंदगी मौत से जूझ रही है. घटना के बाद इलाके के लोग चिंतित है. तो वहीं, पुलिस घटना की गंभीरता से जांच कर रही है.

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Published : Jun 15, 2023, 10:53 PM IST

झांसी: जनपद में 10 जून को अपने घर में सो रही मां-बेटी पर किसी अज्ञात ने हमला कर दिया. जिसमें महिला की इलाज के दौरान गुरुवार को मौत हो गई. वहीं, घायल बेटी का अभी इलाज चल रहा है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है.

प्रेमनगर थाना क्षेत्र काठ के पुल के पास बनी रेलवे कॉलोनी निवासी नीतू रायकवार (35) अपनी 8 साल की बेटी आराध्या के साथ 10 जून को सो रही थी. देर रात किसी अज्ञात ने दोनों पर सोते समय हमला कर दिया. इलाज के दौरान नीतू की गुरुवार सुबह मौत हो गई. वहीं, आराध्या की हालत नाजुक बनी हुई है. नीतू के भाई मनीष रायकवार ने बताया कि उसकी बहन की शादी झांसी के बबीना निवासी सुनील रायकवार से हुई थी. दोनों की तीन बेटियां नाव्या (11), काव्या (6) और आराध्या(8) हैं. जिसमे नाव्या और काव्या अपने दादा-दादी और पिता के साथ बबीना में रहती है. बेटी आराध्या ही अपनी मां नीतू के साथ झांसी में रहती थी. मनीष ने आगे बताया कि उसकी बहन घरों में झाड़ू पोछा लगाने का काम करती थी. उसके जीजा सुनील को टीवी की बीमारी है.

मनीष ने बताया कि रविवार सुबह 4 बजे जब वह टॉयलेट के लिए घर के बाहर निकला तो देखा कि बहन के कमरे की लाइट जल रही थी. कूलर दरवाजे पर लगा होने के कारण दरवाजा खुला हुआ था. जब उसने बहन नीतू को आवाज लगाई तो कोई जवाब नहीं मिला. इसके बाद जैसे ही वह कमरे में दाखिल हुआ तो दंग रह गया. पलंग के पैरों की तरफ औंधे मुंह लहुलुहान स्थिति में जमीन पर नीतू पड़ी थी. उसकी भांजी भी खून से लथपथ पलंग पर पड़ी हुई थी. वहीं, उसके बगल में खून से सनी एक भारी बल्ली पड़ी हुई थी. इस बल्ली को नीतू जानवरों से बचाव के लिए दरवाजे के पीछे रखती थी. इसपर उसने तत्काल 112डायल कर पुलिस को सूचना दी, लेकिन पुलिस नहीं आई. वह खुद दोनों को घायल अवस्था में मेडिकल कॉलेज लेकर गया और भर्ती कराया. जहां इलाज के दौरान नीतू की गुरुवार सुबह मौत हो गई.


मनीष रायकवार ने बताया कि जब वह उस रात बहन के कमरे गया तो, वहां पड़े अस्त व्यस्त समान को देखर ऐसा लग रहा था. जैसे किसी ने उसकी बहन के साथ जबरदस्ती की है. जिसपर उसकी बहन और भांजी ने काफी समय संघर्ष भी किया हो. मनीष का कहना है कि उसकी बहन सीधी थी और ज्यादा किसी से बात भी नहीं करती थी. न ही उनकी किसी से कोई दुश्मनी थी.

बेटी के होश में आने पर खुलेगा राज, पुलिस कर रही इंतजार: जहां एक तरफ मां बेटी पर हुए इस हमले से पूरी कॉलोनी के लोग डरे हुए हैं. तो दूसरी तरफ मां की मौत के बाद अब पुलिस बेटी के होश आने का इंतजार कर रही है. क्योंकि अब बेटी आराध्या ही एक ऐसी चश्मदीद है. जो इस घटी घटना के राज से पर्दा उठा सकती है. क्योंकि मां के बाद बेटी पर इसलिए हमला किया गया हो कि शायद बेटी इस हमलावर को पहचानती हो. इसलिए हमलावर ने बेटी को जान से मारने की नियत से वार किया. बेटी के सर पर 11टांके आए हैं. प्रेमनगर थाना प्रभारी आनंद कुमार सिंह ने बताया कि इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच की जा रही. उनके अनुसार कई लोग इस मामले में संदिग्ध है. जिनको अहम मानते हुए जांच चल रही है. जल्द ही इस मामले का खुलासा किया जाएगा.

यह भी पढे़ं: किराया मांगने पर किराएदारों ने पीट-पीटकर मकान मालकिन को मार डाला

झांसी: जनपद में 10 जून को अपने घर में सो रही मां-बेटी पर किसी अज्ञात ने हमला कर दिया. जिसमें महिला की इलाज के दौरान गुरुवार को मौत हो गई. वहीं, घायल बेटी का अभी इलाज चल रहा है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है.

प्रेमनगर थाना क्षेत्र काठ के पुल के पास बनी रेलवे कॉलोनी निवासी नीतू रायकवार (35) अपनी 8 साल की बेटी आराध्या के साथ 10 जून को सो रही थी. देर रात किसी अज्ञात ने दोनों पर सोते समय हमला कर दिया. इलाज के दौरान नीतू की गुरुवार सुबह मौत हो गई. वहीं, आराध्या की हालत नाजुक बनी हुई है. नीतू के भाई मनीष रायकवार ने बताया कि उसकी बहन की शादी झांसी के बबीना निवासी सुनील रायकवार से हुई थी. दोनों की तीन बेटियां नाव्या (11), काव्या (6) और आराध्या(8) हैं. जिसमे नाव्या और काव्या अपने दादा-दादी और पिता के साथ बबीना में रहती है. बेटी आराध्या ही अपनी मां नीतू के साथ झांसी में रहती थी. मनीष ने आगे बताया कि उसकी बहन घरों में झाड़ू पोछा लगाने का काम करती थी. उसके जीजा सुनील को टीवी की बीमारी है.

मनीष ने बताया कि रविवार सुबह 4 बजे जब वह टॉयलेट के लिए घर के बाहर निकला तो देखा कि बहन के कमरे की लाइट जल रही थी. कूलर दरवाजे पर लगा होने के कारण दरवाजा खुला हुआ था. जब उसने बहन नीतू को आवाज लगाई तो कोई जवाब नहीं मिला. इसके बाद जैसे ही वह कमरे में दाखिल हुआ तो दंग रह गया. पलंग के पैरों की तरफ औंधे मुंह लहुलुहान स्थिति में जमीन पर नीतू पड़ी थी. उसकी भांजी भी खून से लथपथ पलंग पर पड़ी हुई थी. वहीं, उसके बगल में खून से सनी एक भारी बल्ली पड़ी हुई थी. इस बल्ली को नीतू जानवरों से बचाव के लिए दरवाजे के पीछे रखती थी. इसपर उसने तत्काल 112डायल कर पुलिस को सूचना दी, लेकिन पुलिस नहीं आई. वह खुद दोनों को घायल अवस्था में मेडिकल कॉलेज लेकर गया और भर्ती कराया. जहां इलाज के दौरान नीतू की गुरुवार सुबह मौत हो गई.


मनीष रायकवार ने बताया कि जब वह उस रात बहन के कमरे गया तो, वहां पड़े अस्त व्यस्त समान को देखर ऐसा लग रहा था. जैसे किसी ने उसकी बहन के साथ जबरदस्ती की है. जिसपर उसकी बहन और भांजी ने काफी समय संघर्ष भी किया हो. मनीष का कहना है कि उसकी बहन सीधी थी और ज्यादा किसी से बात भी नहीं करती थी. न ही उनकी किसी से कोई दुश्मनी थी.

बेटी के होश में आने पर खुलेगा राज, पुलिस कर रही इंतजार: जहां एक तरफ मां बेटी पर हुए इस हमले से पूरी कॉलोनी के लोग डरे हुए हैं. तो दूसरी तरफ मां की मौत के बाद अब पुलिस बेटी के होश आने का इंतजार कर रही है. क्योंकि अब बेटी आराध्या ही एक ऐसी चश्मदीद है. जो इस घटी घटना के राज से पर्दा उठा सकती है. क्योंकि मां के बाद बेटी पर इसलिए हमला किया गया हो कि शायद बेटी इस हमलावर को पहचानती हो. इसलिए हमलावर ने बेटी को जान से मारने की नियत से वार किया. बेटी के सर पर 11टांके आए हैं. प्रेमनगर थाना प्रभारी आनंद कुमार सिंह ने बताया कि इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच की जा रही. उनके अनुसार कई लोग इस मामले में संदिग्ध है. जिनको अहम मानते हुए जांच चल रही है. जल्द ही इस मामले का खुलासा किया जाएगा.

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