जौनपुर: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने कुछ दिनों पहले मायावती को पीएम पद का उम्मीदवार बताया था. जौनपुर के सितमसराय में सोमवार को उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में कोई भी नेता पीएम पद के लिए फिट नहीं बैठता है. इसके साथ ही उन्होंने अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने अखिलेश को दो मुंहवाला वाला नेता करार दिया. यहीं नहीं उन्होंने स्वामी प्रसाद मौर्य को कहा ये पार्टी को आगे नहीं ले जा पाएंगे. साथ ही कहा कि सपा में दो धड़ हैं, एक हिस्सा सपा को जिताना चाहता है वहीं, दूसरा हिस्सा बीजेपी को विजय दिलाना चाहता है.
उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव अपरिपक्व नेता हैं इसलिए हमसे उनकी नहीं बनती है. समाजवादी पार्टी के नेता सिंबल हमारा लेकर चलता है और नेता सपा का है. हालांकि राहुल गांधी के सवाल पर उन्होंने चुप्पी साध ली. अखिलेश यादव के बयान की इस समय पुलिस की आय दुगनी हो गई है इस पर उन्होंने तंज कसा कि उनकी सरकार में क्या कमी थी. उस समय पीडब्ल्यूडी मिनिस्टर शिवपाल यादव का बयान आया था कि उतना नमक खाओ कि जितने में काम चल जाए. 140 करोड़ की आबादी है, इसमें से 135 करोड़ लोगों के ब्लड में भ्रष्टाचार है जब तक इसे रिफाइंड करने के लिए मशीन नहीं आएगी तब तक इसे कोई नहीं रोक सकेगा.
उत्तर प्रदेश के उद्योगपतियों और किसानों को लेकर वह बोले कि जिस प्रकार सरकार बड़े उद्योगपतियों को डिफाल्टर दिखाकर उनके कर्ज माफ कर रही है उसी प्रकार गरीब किसानों और घरेलू बिजली का उपयोग करने वाले छोटे लोगों का भी बिल माफ करना चाहिए. अतीक और मुख्तार पर हो रही कार्रवाई पर अखिलेश यादव ने लिस्ट बनाकर कार्रवाई होने की बात कही थी. इस पर वह बोले कि उनकी सरकार में लिस्ट क्यों नहीं बनाई गई.
निकाय चुनाव को लेकर वह बोले कि अखिलेश अब कह रहे हैं कि बूथ स्तर पर संगठन बनाएंगे. 10 दिन बाद अधिसूचना जारी हो जाएगी तो वह कहां जाएंगे. सड़क पर संगठन बनाएंगे या टीवी में बनाएंगे. कैसे चुनाव लड़ेंगे, किसके बल पर चुनाव लड़ेंगे. हम लोग 20 सालों से गांव-गांव घूम रहे हैं. 80 फीसदी सफलता नहीं मिली है. दस दिन में पूरे प्रदेश का संगठन बनाकर चुनाव लड़ेंगे. वह बोले कि अब तो मुसलमान भी इनको समझ गया है. आजादी के बाद मुसलमानों की नौकरी में 34फीसदी हिस्सेदारी थी, अब यह एक फीसदी भी नहीं है. इनकी सरकार में मुसलमानों का कितना विकास हुआ. राहुल गांधी के मामले पर उन्होंने कहा कि संविधान विरोधी गतिविधि में उनके खिलाफ मुकदमा होना चाहिए. सब लोगों ने धर्मनिरपेक्षता की शपथ ली है. सभी को अपने हिसाब से पूजा-पाठ का अधिकार है. ईडी व सीबीआई इनकी जेब में रहती है, ये जो चाहे करवा सकते हैं.