जौनपुर : प्रदेश के परिषदीय स्कूलों में शिक्षा गुणवत्ता को लेकर हमेशा सवाल किए जा रहे हैं, लेकिन वहीं कुछ स्कूल शिक्षा में नए आयाम गढ़ रहे हैं. कुछ शिक्षकों की बदौलत अब चुने हुए परिषदीय स्कूलों का नाम बड़े सम्मान से लिया जाता है. जौनपुर का लाडलेपुर प्राथमिक स्कूल इनमें से एक है. इस स्कूल को एक प्रधानाचार्य ने अपने प्रयासों से स्मार्ट स्कूल में बदल डाला है.
स्मार्ट तरीके से हो रही है पढ़ाई
आज इस स्कूल के छात्र स्मार्ट तरीके से शिक्षण की बदौलत कॉन्वेंट स्कूलों के छात्रों को टक्कर दे रहे हैं. इस स्कूल का आज पूरे क्षेत्र में बड़ा नाम है. इसके चलते अब अभिभावक बच्चों का प्राइवेट स्कूलों से नाम कटवा रहे हैं और लाडलेपुर प्राथमिक स्कूल में पढ़ा रहे हैं. इस स्कूल में पढ़ाई स्मार्ट तरीकों से होती है.
अपना पैसा खर्च कर स्कूल को बनाया स्मार्ट
जिले का लाडलेपुर प्राथमिक स्कूल का नाम आज पूरे जिले में सम्मान से लिया जाता है. इस स्कूल के प्रधानाचार्य बृजेश कुमार पांडेय ने अपने स्कूल को हीरे की तरह तरासा है. प्रधानाचार्य ने स्कूल में अपने पैसे खर्च करके प्रोजेक्टर और शिक्षण की स्मार्ट मशीने मंगाई हैं. वे आज स्कूल में फिल्मों और स्मार्ट तरीकों से बच्चों को पढ़ाते हैं. उनके शिक्षण की वजह से स्कूल के अन्य शिक्षक को भी बदलना पड़ा.
इंग्लिश में देते हैं बच्चे अपना परिचय
लाडलेपुर प्राथमिक स्कूल की छात्रा खुशी गौतम इंग्लिश में अपना परिचय देती है. वे बताती है कि उनके स्कूल में अच्छी पढ़ाई होती है. यहां आधुनिक तरीकों से पढ़ाया जाता है, जो उन्हें अच्छा लगता है. खुशी को प्रदेश के 75 जिलों और 18 मंडलों के नाम कम्प्यूटर की तरह बताती है. लाडलेपुर प्राथमिक स्कूल के प्रधानाचार्य बृजेश कुमार पांडेय ने बताया कि उन्होंने खुद के प्रयासों से स्कूल में शिक्षण के नए तरीके विकसित किए हैं. वे आज अपने स्कूल में अभिभावकों से उनके बच्चों को बदलने का वादा करके उनका प्रवेश लेते हैं.