ETV Bharat / state

9 साल में ही जौनपुर सरकारी अस्पताल के आवास हो गए खंडहर - corruption in construction of government buildings

सरकारी इमारतों के निर्माण में भ्रष्टाचार अब आम बात हो गई है. जौनपुर के जफराबाद नेहरू नगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को बने हुए अभी 9 साल ही हुए हैं, लेकिन इस अस्पताल के परिसर में बने 3 मंजिला आवास अब खंडहर में तब्दील हो गए हैं.

अस्पताल के आवास हो गए खंडहर
author img

By

Published : Oct 18, 2019, 4:35 PM IST

जौनपुरः शहर में ऐसी कई इमारतें मौजूद हैं, जिनमें से एक जफराबाद के नेहरू नगर का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र है. इस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण मायावती के शासनकाल में 2010 में किया गया था. अस्पताल को बने हुए अभी 9 साल ही हुए हैं, लेकिन अस्पताल के परिसर बना 3 मंजिला आवास अब खंडहर में तब्दील हो चुकी है.

देखे स्पेशल रिपोर्ट.

यही नहीं आज तक इन आवासों में कोई रहने तक नहीं आया. इन आवासों को बनाने वाली कंपनी ने इसे स्वास्थ्य विभाग को सौंप दिया, लेकिन अधिकारियों ने इसकी जांच कराना उचित नहीं समझा.

9 सालों में बने 3 मंजिला आवास रखरखाव के आभाव में खंडहर में तब्दील हो गए हैं. आवास में लगे हुए खिड़की-दरवाजे भी अब गायब हो चुके हैं. इन आवासों में सुविधाएं न होने के कारण कोई रहने तक नहीं आया,जबकि इन आवासों को बनाने में करोड़ों रुपये खर्च किए गए हैं. स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते हैं आज तक इन आवासों की जांच नहीं कराई गई,जबकि अस्पताल के कर्माचारी किराए पर कमरा लेकर रहने को मजबूर हैं.

आवासों की हालत अच्छी नहीं है जिसके कारण वहां लोग रह नहीं सकते, शुरू से ही आवास ऐसी हालत में हैं.
-राजकुमार मौर्य,फार्मासिस्ट

जब से अस्पताल बना है आवास ऐसी ही हालत में है, इन आवासों की हालत अब ज्यादा खराब हो गई है, जिसको जल्द ठीक कराया जाएगा.
-डॉक्टर रामजी पांडेय, सीएमओ

जौनपुरः शहर में ऐसी कई इमारतें मौजूद हैं, जिनमें से एक जफराबाद के नेहरू नगर का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र है. इस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण मायावती के शासनकाल में 2010 में किया गया था. अस्पताल को बने हुए अभी 9 साल ही हुए हैं, लेकिन अस्पताल के परिसर बना 3 मंजिला आवास अब खंडहर में तब्दील हो चुकी है.

देखे स्पेशल रिपोर्ट.

यही नहीं आज तक इन आवासों में कोई रहने तक नहीं आया. इन आवासों को बनाने वाली कंपनी ने इसे स्वास्थ्य विभाग को सौंप दिया, लेकिन अधिकारियों ने इसकी जांच कराना उचित नहीं समझा.

9 सालों में बने 3 मंजिला आवास रखरखाव के आभाव में खंडहर में तब्दील हो गए हैं. आवास में लगे हुए खिड़की-दरवाजे भी अब गायब हो चुके हैं. इन आवासों में सुविधाएं न होने के कारण कोई रहने तक नहीं आया,जबकि इन आवासों को बनाने में करोड़ों रुपये खर्च किए गए हैं. स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते हैं आज तक इन आवासों की जांच नहीं कराई गई,जबकि अस्पताल के कर्माचारी किराए पर कमरा लेकर रहने को मजबूर हैं.

आवासों की हालत अच्छी नहीं है जिसके कारण वहां लोग रह नहीं सकते, शुरू से ही आवास ऐसी हालत में हैं.
-राजकुमार मौर्य,फार्मासिस्ट

जब से अस्पताल बना है आवास ऐसी ही हालत में है, इन आवासों की हालत अब ज्यादा खराब हो गई है, जिसको जल्द ठीक कराया जाएगा.
-डॉक्टर रामजी पांडेय, सीएमओ

Intro:जौनपुर।। सरकारी इमारतों के निर्माण में भ्रष्टाचार अब आम बात हो गई है । खासतौर से विद्यालय और सरकारी अस्पतालों के निर्माण में घटिया सामग्री के इस्तेमाल के चलते यह इमारतें जल्द ही खराब होने लगती है । ऐसी कई इमारतें जौनपुर में मौजूद है जिनमें से जफराबाद के नेहरू नगर का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र है। इस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण मायावती के शासनकाल में 2010 में किया गया । अस्पताल को बने हुए अभी 9 साल ही हुए हैं लेकिन इस अस्पताल के परिसर में ही बने 3 मंजिला आवास आज खंडहर में तब्दील हो गए है। आवास के निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल हुआ तो वही आज तक इन आवास में कोई रहने तक नहीं आया। इन आवास को बनाने वाली कंपनी ने बिना फोन किए ही स्वास्थ्य विभाग को सौंप दिया गया लेकिन अधिकारियों ने भी इसकी जांच कराना भी उचित नहीं समझा।


Body:वीओ।। जौनपुर के जाफराबाद स्थित नेहरू नगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण बसपा शासनकाल में 2010 में बनकर तैयार हुआ। अस्पताल बनने के बाद अधूरी हालत आवास को भी कार्यदाई संस्था ने स्वास्थ्य विभाग को सौंप दिया। 9 सालों में बने 3 मंजिला आवास खंडहर में तब्दील हो गए। आवास में लगे हुए खिड़की दरवाजे तक अब गायब हो चुके हैं। आज तक इन आवासों में सुविधाएं न होने के कारण कोई रहने तक नहीं आया जबकि इन आवासों को बनाने में करोड़ों रुपए की लागत आई। स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते हैं आज तक इन आवासों की जांच नहीं कराई गई जबकि इन आवास में कर्मचारी परेशान है किराए पर कमरा लेकर रहना पड़ता है।


Conclusion:अस्पताल में फार्मासिस्ट का काम करने वाले राजकुमार मौर्य बताते हैं की आवासों की हालत अच्छी नहीं है जिसके कारण वह लोग रह नहीं सकते हैं। शुरू से ही आवास ऐसी हालत में है।

बाइट- राजकुमार मौर्य- अस्पताल फार्मासिस्ट

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राम जी पांडे ने बताया की आवास जब से अस्पताल बना है ऐसी ही हालत में है और इन आवासों की हालत अब ज्यादा खराब हो गई है जिसको जल्द ठीक कराया जाएगा।

बाइट- डॉक्टर रामजी पांडे- सीएमओ जौनपुर


पीटीसी


Dharmendra singh

jaunpur
9044681067

For All Latest Updates

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.