जौनपुरः शहर में ऐसी कई इमारतें मौजूद हैं, जिनमें से एक जफराबाद के नेहरू नगर का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र है. इस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण मायावती के शासनकाल में 2010 में किया गया था. अस्पताल को बने हुए अभी 9 साल ही हुए हैं, लेकिन अस्पताल के परिसर बना 3 मंजिला आवास अब खंडहर में तब्दील हो चुकी है.
यही नहीं आज तक इन आवासों में कोई रहने तक नहीं आया. इन आवासों को बनाने वाली कंपनी ने इसे स्वास्थ्य विभाग को सौंप दिया, लेकिन अधिकारियों ने इसकी जांच कराना उचित नहीं समझा.
9 सालों में बने 3 मंजिला आवास रखरखाव के आभाव में खंडहर में तब्दील हो गए हैं. आवास में लगे हुए खिड़की-दरवाजे भी अब गायब हो चुके हैं. इन आवासों में सुविधाएं न होने के कारण कोई रहने तक नहीं आया,जबकि इन आवासों को बनाने में करोड़ों रुपये खर्च किए गए हैं. स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते हैं आज तक इन आवासों की जांच नहीं कराई गई,जबकि अस्पताल के कर्माचारी किराए पर कमरा लेकर रहने को मजबूर हैं.
आवासों की हालत अच्छी नहीं है जिसके कारण वहां लोग रह नहीं सकते, शुरू से ही आवास ऐसी हालत में हैं.
-राजकुमार मौर्य,फार्मासिस्ट
जब से अस्पताल बना है आवास ऐसी ही हालत में है, इन आवासों की हालत अब ज्यादा खराब हो गई है, जिसको जल्द ठीक कराया जाएगा.
-डॉक्टर रामजी पांडेय, सीएमओ