जौनपुर: यूपी पुलिस की कार्यप्रणाली पर हमेशा सवाल उठते रहे हैं. ताजा मामला जौनपुर के लाइन बाजार थाना के है. जहां पुलिस ने 2016 मार्च में हुई एक हत्या के मामले में एक मृत महिला को गवाह बना दिया गया. मामला प्रकाश में आते ही पुलिस महकमे में हलचल मच गई है. आनन-फानन में पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच कर रहे सब इंस्पेक्टर संजय कुमार को निलंबित कर दिया.
जिले के लाइन बाजार थाना स्थित सैदनपुर गांव की सरिता देवी ने बताया कि, मार्च 2016 में उनके पति की आपसी रंजिश को लेकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में प्रमोद और मीरा देवी को गवाह बनाया गया था. सितम्बर 2019 में गवाही के एक दिन पहले बदमाशों ने प्रमोद की घर में हत्या कर दी. वहीं मीरा देवी की मौत 2012 में ही हो चुकी थी.
जब परिजनों को सूचना मिली कि, मीरा देवी को मामले में गवाह बनाया गया है, तो उन्होंने पुलिस को बताया कि मीरा देवी की मौत 2012 में हो गई थी. परिजनों इस मामले में पुलिस पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए न्याय की गुहार लगाई है.
पुलिस अधीक्षक नगर डॉ. अनिल कुमार पांडेय ने बताया कि, लाइन बाजार थाना सैदनपुर गांव की एक घटना की विवेचना कर रहे एसआई संजय कुमार द्वारा मृत महिला को गवाह बनाने की बात सामने आने के बाद पूरे मामले की जांच की गयी. जिसमें सआई संजय कुमार दोषी पाए गए. जिसे देखते हुए संजय कुमार को निलंबित कर दिया गया है.
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