जालौन: महिला डॉक्टर योगिता गौतम की हत्या के तार जालौन से जुड़े हुए हैं. हत्यारे डॉ. विवेक तिवारी जिला पुरुष चिकित्सालय में मेडिकल ऑफिसर के पद पर तैनात था, जिसकी ड्यूटी कोविड-19 संक्रमित मरीजों को ठीक करने में लगी हुई थी. सीएमओ के अनुसार डॉ. विवेक तिवारी पुलिस ट्रेनिंग सेंटर मांगरोल में संक्रमित पुलिस जवानों की सेवा में कार्यरत है. वहां अपनी ड्यूटी पूरी करने के बाद बीते 7 दिनों से होम क्वारंटाइन के लिए निर्देशित किए गए थे, इसी दौरान उन्होंने आगरा जाकर वारदात को अंजाम दिया.
आपको बता दें कि मृतका योगिता गौतम एसएन हॉस्पिटल में स्त्री रोग विभाग में जूनियर डॉक्टर के पद पर तैनात थीं. जालौन पुरुष चिकित्सालय में मेडिकल ऑफिसर के पद पर तैनात डॉ. विवेक तिवारी ने उनकी हत्या कर दी थी. बुधवार शाम को सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आगरा पुलिस ने जालौन पुलिस से संपर्क किया. इसके बाद विवेक तिवारी के आवास पर जाकर पुलिस टीम ने उनसे पूछताछ करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर आगरा ले गई. इसके बाद आगरा में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बबलू कुमार ने इसका खुलासा किया.
सीएमओ डॉ. अल्पना बरतारिया ने बताया कि डॉ. विवेक तिवारी को मार्च 2020 में परमानेंट कर दिया गया था. उनकी तैनाती कोविड-19 संक्रमित मरीजों को स्वस्थ्य करने में लगाई गई थी. उन्हें पुलिस ट्रेनिंग सेंटर मंगरोल में संक्रमित 65 पुलिस कर्मियों को स्वस्थ्य करने के बाद 13 अगस्त से होम क्वारंटाइन के लिए निर्देशित किया गया था, जिसकी अवधि 21 अगस्त को पूरी हो रही थी.
डॉ. विवेक तिवारी ने इसी होम क्वारंटाइन पीरियड में आगरा जाकर महिला डॉक्टर योगिता गौतम से मुलाकात की और वारदात को अंजाम दिया. इसके बाद विवेक वापस आकर होम क्वारंटाइन हो गया, लेकिन पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उसको गिरफ्तार कर हत्या का खुलासा किया है.
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