जालौन: जिले में फर्जी चिटफंड कंपनी बनाकर हजारों लोगों को करोड़ों रुपये ठगने वाले चिटफंड के मालिक ने अदालत में सरेंडर कर दिया. अदालत में एमडी के सरेंडर की खबर सुनते ही निवेशकों ने कोर्ट परिसर पहुंचना शुरू कर दिया. इस बीच न्यायालय में भारी सुरक्षा बल तैनात कर विधिक कार्रवाई करते हुए एमडी को जेल भेज दिया गया.
- जिले में फर्जी चिटफंड मालिक ने कोर्ट में किया सरेंडर.
- प्रदेश के कई जिलों में 5 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी कर निवेशकों के पैसे हड़पने का है आरोप.
- अभियुक्त पिछले साल 14 अक्टूबर से पुलिस की गिरफ्त से फरार चल रहा था.
पूरा मामला उरई मुख्यालय से 35 किलोमीटर दूर कोच नगर क्षेत्र का है, जहां चिटफंड कंपनी जीवन भारती डेवलपर्स इंडिया लिमिटेड के मालिक आशीष निरंजन ने ज्यूडिशियल न्यायालय में सरेंडर कर दिया. यह अभियुक्त पिछले साल 14 अक्टूबर से पुलिस की गिरफ्त से फरार चल रहा था. अभियुक्त के ऊपर फर्जी चिटफंड कंपनी बनाकर जालौन सहित प्रदेश के कई जिलों में 5 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी कर निवेशकों के पैसे हड़पने का आरोप है.
कोच तहसील के अंतर्गत लोना गांव के रहने वाले लक्ष्मीकांत तिवारी इसी कंपनी में एजेंट के रूप में काम करते थे, जिनके विश्वास पर हजारों लोगों ने जीवन भारती डेवलपर्स इंडिया लिमिटेड चिटफंड कंपनी में पैसा जमा कराया था. लेकिन चिटफंड कंपनी का मालिक फरार हो गया और एजेंट लक्ष्मीकांत तिवारी की तहरीर पर चिटफंड कंपनी के मालिक आशीष निरंजन सहित चार लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया. तब से पुलिस चिटफंड मालिक की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही थी.
हजारों लोगों के रुपये डकारने वाले चिटफंड कंपनी के मालिक पर लोगों के साथ पुलिस का दबाव बढ़ गया था, जिस कारण कोच के ज्यूडिशियल न्यायालय में चिटफंड मालिक ने सरेंडर कर दिया. सरेंडर की खबर होते ही लेनदारों की भीड़ न्यायालय परिसर के बाहर इकट्ठी होने लगी, जिसको देखते हुए कोतवाली सहित दो थानों की फोर्स को मौके पर बुलाया गया और अभियुक्त को पुलिस की कस्टडी में देकर स्वास्थ्य परीक्षण कर जेल भेज दिया गया.