हाथरस: मौसम के पल -पल बदलते मिजाज की वजह से आलू की फसल में नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है. किसानों का कहना है कि उनके आलूओं में सड़न पैदा हो गई है. वहीं कृषि वैज्ञानिकों का मानना है कि बरसात की वजह से आलू में जो मिट्टी चिपकी है उसकी वजह से भंडारण में भी समस्या आएगी.
कभी तेज धूप के साथ गर्मी, तो कभी सर्दी और बारिश, इस बदलते मौसम के मिजाज को देखते हुए कुछ किसानों ने आलू की खुदाई शुरू कर दी है. आलू की पैदावार करने वाले किसानों का मानना है कि इस मौसम की वजह से उनकी फसल में करीब तीस प्रतिशत का नुकसान हुआ है.किसान जितेंद्र सिंह का कहना है कि इस बदलते मौसम की वजह से आलू के पौधे मैच्यूर होने से पहले ही समाप्त हो गए हैं, जिससे आलू में फुलाव कम हुआ है. साथ ही उसमें सड़न पैदा हो गई है. इसके अलावा उसमें मिट्टी चिपकने से काफी परेशानी सामने आ रही है.
कृषि वैज्ञानिक एसआर सिंह ने बताया कि मौसम की वजह से आलू में सड़न की समस्या पैदा हो गई है. मिट्टी चिपकने की वजह से भी उसकी क्वालिटी में गिरावट आई है साथ ही इससे आलू के भंडारण में भी समस्या आएगी.