हाथरस: कस्बा सिकंदराराऊ के मटकोट के चालक और क्लीनर एक साथ डीसीएम कैंटर लेकर इंफाल मणिपुर गए हुए थे. वहां एक एक्सीडेंट के बाद दोनों को स्थानीय लोगों ने बंधक बना लिया. इनके बाद परिवार से सात लाख रुपए की मांग करने लगे. चालक के पिता को आशंका थी कि कहीं उसके बेटे और क्लीनर की हत्या न हो जाए.
इसकी जानकारी उसने हाथरस के जिलाधिकारी को दी. जिलाधिकारी ने प्रयास कर दोनों युवकों को वहां के लोकल प्रशासन की मदद से बंधन मुक्त कराया. उनके परिवार के लोग उन्हें वापस लाने के लिए गए हैं.
युवक को बंधक बना कर सात लाख की मांग-
- कस्बा सिकंदराराऊ के राकेश शर्मा का बेटा रेशू शर्मा ट्रक चालक है.
- एक क्लीनर को साथ लेकर करीब छह दिन पहले डीसीएम कैंटर लेकर इंफाल मणिपुर के लिए निकला था.
- एक एक्सीडेंट हुआ जिसमें किसी को चोट भी नहीं आई.
- स्थानीय लोगों ने दोनों लोगों को बंधक बना लिया.
- दोनों को छोड़ने की एवज में साथ लाख की मांग की.
- यह बात चालक रेशू के पिता राकेश शर्मा ने जिलाधिकारी को बताई.
- जिला अधिकारी प्रवीण कुमार ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए इंफाल मणिपुर के स्थानीय पुलिस और प्रशासन से संपर्क किया.
- जहां दोनों को बंधक मुक्त कराने के लिए रेस्क्यू हुआ और 17 अगस्त की रात दोनों को मुक्त करा कर थाने लाया गया.
मणिपुर में उन्होंने किसी गाड़ी का एक्सीडेंट कर दिया था . दुर्घटनाग्रस्त गाड़ी पजेरो के मालिक आदि लोगों ने दोनों को बंधक बना लिया था उनसे मारपीट की. इस लड़के के पिता मेरे पास आए थे. मैंने वहां मणिपुर के स्थानीय प्रशासन से संपर्क किया 24 घंटे के अंदर लड़कों का रेस्क्यू हुआ.
-प्रवीण कुमार, जिला अधिकारी