हाथरसः हाथरस गेट कोतवाली क्षेत्र में नशे की लत छुड़ाने के लिए नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. आरोप है कि नशा मुक्ति केंद्र के लोगों की पिटाई से युवक की मौत हुई. पोस्टमार्टम में युवक की मौत का कारण स्पष्ट नहीं हुआ है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि परिजनों की तहरीर और जांच पड़ताल के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
हाथरस गेट कोतवाली इलाके के रावत कॉलोनी में नशा मुक्ति केंद्र है, जहां लोगों को नशे की लत से मुक्ति दिलाए जाने की बात कही जाती है. राजस्थान के भरतपुर जिले के कस्बा डींग का रहने वाले 37 साल के बृजकिशोर को नशे की लत थी. परिवार के लोग नशे की आदत को छुड़ाने के लिए उसे नशा मुक्ति केंद्र पर छोड़ गए थे.
इस केंद्र पर बृजकिशोर के अलावा भी कुछ लोग नशे की लत छुड़ाने के लिए भर्ती थे. रविवार की देर शाम बृजकिशोर की मौत हो गई. आरोप है कि वहां मौजूद नशा मुक्ति केंद्र के स्टाफ ने पिटाई की थी, जिसके बाद बृजकिशोर की मौत हो गई. बृजकिशोर की मौत के बाद कुछ लोग वहां से किसी तरह से बाहर निकल आए. केंद्र से बाहर निकल कर आए युवक पवन ने बताया कि इस केंद्र पर भर्ती लोगों को जमकर मारा पीटा जाता है.
पवन ने बताया कि बृजकिशोर को भी रविवार को जंजीर से खंभे से बांध दिया गया था. डंडे से उसकी पिटाई की गई थी. उसने बताया कि हम छह-सात लोग बाथरूम की छत की पटिया निकालकर जैसे-तैसे बाहर आए हैं. उसने यह भी खुलासा किया कि यहां खाने को भी ढंग से नहीं देते हैं. पोस्टमार्टम रिपोर्ट से युवक की मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है. इसलिए उसका बिसरा प्रिजर्व किया गया है.
अपर पुलिस अधीक्षक प्रकाश कुमार ने बताया कि मृतक के परिजनों की तहरीर और जांच-पड़ताल के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. पुलिस की जांच पड़ताल के बाद ही स्पष्ट होगा कि बृजकिशोर की मौत कैसे हुई थी.