हरदोइ: जिले में कुल सात प्रदूषण जांच केंद्र मौजूद हैं, जिसमें से करीब पांच जिला मुख्यालय पर और दो संडीला में हैं. आलम यह है कि यह जांच केंद्र महज दिखावे के लिए खुले हैं. यहां पर जांच किए बिना ही प्रमाण पत्र जारी किए जा रहे हैं. यहां हो रही खानापूर्ति से वातावरण प्रदूषित हो रहा है. जांच केंद्रों पर मानकों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं.
क्या है पुरा मामला-
- हरदोई जिले में खुले आम मानकों के अनुरूप वाहन धड़ल्ले से चल रहे हैं.
- फर्जी प्रदूषण प्रमाण पत्र बनाने वालों के केंद्रों पर अधिकारी कार्रवाई नहीं कर रहे हैं.
- चंद पैसे लेकर प्रदूषण प्रमाण पत्र जारी किए जा रहे हैं.
- जिले में आज भी अधिकांश वाहन फर्जी प्रदूषण प्रमाण पत्र लिए घूम रहे हैं.
- फर्जी प्रमाण पत्र एआरटीओ दफ्तर के आसपास घूम रहे दलालों द्वारा मिल जाते हैं.
- निदेशालय स्तर से इस प्रदूषण प्रमाण पत्र को बनाए जाने का काम ऑनलाइन कर दिया गया था.
- यहां अभी भी कुछ केंद्रों पर पुरानी नीति से ही इन प्रमाण पत्रों को बनाया जा रहा है.
- वहीं इन केंद्रों पर प्रदूषण की जांच करने के यंत्र भी खराबी की कगार पर आ गए हैं.
समय-समय पर अभियान चला कर फर्जी प्रमाण पत्र पाए जाने पर कार्रवाई की जाती है. हालांकि इन केंद्रों पर हो रही दलाली के बारे में जांच की जाएगी.
दीपक शाह ,एआरटीओ