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हरदोई: कैसे मिले बेहतर इलाज जब लेबर रूम बना ओपीडी, स्टॉफ नर्स के सहारे स्वास्थ्य केंद्र - यूपी न्यूज

हरदोई के एक गांव में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है, जहां का भवन जर्जर है. लेबर रूम में ओपीडी संचालित की जा रही है. वहीं इस दौरान यहां के डॉक्टर भी कुम्भ में मरीजों का इलाज कर रहे थे.

गांव में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है, जहां का भवन जर्जर है
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Published : Mar 9, 2019, 9:20 AM IST

हरदोई: सरकार भले ही बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के दावे पेश कर रही हो, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है. जिले के एक गांव में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है, जहां का भवन जर्जर है. लेबर रूम में ओपीडी संचालित की जा रही है. वहीं इस दौरान यहां के डॉक्टर भी कुम्भ में मरीजों का इलाज कर रहे थे.

जिले के पिहानी ब्लाक के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रेंगाई गांव में है. यहां का भवन विगत लंबे समय से जर्जर अवस्था में पड़ा हुआ है, जिसके चलते यहां ओपीडी को एक लेबर रूम के वार्ड में संचालित किया जा रहा है. यहां रोजाना करीब सौ के आस-पास मरीजों का आवागमन रहता है, लेकिन उन्हें इलाज मुहैया कराने के लिए यहां पर डॉक्टर मौजूद नहीं हैं.

गांव में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का भवन जर्जर.

जिस डॉक्टर की यहां पर तैनाती है उनकी ड्यूटी प्रयागराज कुम्भ में लगाई गई थी, लेकिन कुम्भ को सफल बनाने की होड़ में इस रेंगाई गांव के मरीजों की तरफ किसी का भी ध्यान नहीं गया. स्वास्थ्य केंद्र पर किसी अन्य डॉक्टर को तैनात न करते हुए एक स्टाफ नर्स के सहारे ही पीएचसी को छोड़ दिया गया. ऐसे में यहां के मरीजों को तमाम समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.

वहीं स्टाफ की कमी के चलते यहां कार्यरत नर्स को भी कठिनाई हो रही है. इस विषय में जब यहां की नर्स निकिता वर्मा से जानकारी ली गई तो कैमरे के सामने आते ही उनका दर्द छलक उठा और उन्होंने आ रही समस्याओं से अवगत कराया. सीएमओ एसके रावत ने जल्द ही समस्या का समाधान किये जाने का दावा तो किया, लेकिन जर्जर भवन को जर्जर मानने से इनकार करने लगे.

हरदोई: सरकार भले ही बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के दावे पेश कर रही हो, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है. जिले के एक गांव में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है, जहां का भवन जर्जर है. लेबर रूम में ओपीडी संचालित की जा रही है. वहीं इस दौरान यहां के डॉक्टर भी कुम्भ में मरीजों का इलाज कर रहे थे.

जिले के पिहानी ब्लाक के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रेंगाई गांव में है. यहां का भवन विगत लंबे समय से जर्जर अवस्था में पड़ा हुआ है, जिसके चलते यहां ओपीडी को एक लेबर रूम के वार्ड में संचालित किया जा रहा है. यहां रोजाना करीब सौ के आस-पास मरीजों का आवागमन रहता है, लेकिन उन्हें इलाज मुहैया कराने के लिए यहां पर डॉक्टर मौजूद नहीं हैं.

गांव में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का भवन जर्जर.

जिस डॉक्टर की यहां पर तैनाती है उनकी ड्यूटी प्रयागराज कुम्भ में लगाई गई थी, लेकिन कुम्भ को सफल बनाने की होड़ में इस रेंगाई गांव के मरीजों की तरफ किसी का भी ध्यान नहीं गया. स्वास्थ्य केंद्र पर किसी अन्य डॉक्टर को तैनात न करते हुए एक स्टाफ नर्स के सहारे ही पीएचसी को छोड़ दिया गया. ऐसे में यहां के मरीजों को तमाम समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.

वहीं स्टाफ की कमी के चलते यहां कार्यरत नर्स को भी कठिनाई हो रही है. इस विषय में जब यहां की नर्स निकिता वर्मा से जानकारी ली गई तो कैमरे के सामने आते ही उनका दर्द छलक उठा और उन्होंने आ रही समस्याओं से अवगत कराया. सीएमओ एसके रावत ने जल्द ही समस्या का समाधान किये जाने का दावा तो किया, लेकिन जर्जर भवन को जर्जर मानने से इनकार करने लगे.

Intro:आकाश शुक्ला हरदोई। 9919941250

एंकर-----सरकार भले ही बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के दावे पेश कर रही हो लेकिन हरदोई जिले की स्थिति को देखते हुए इन दावों की जमीनी हकीकत से रूबरू हुए जा सकता है।हम बात कर रहे हैं जिले के एक गांव में मकुजूद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की, जहां का भवन जर्जर है, तो लेबर रूम में ओपीडी संचालित की जा रही है।वहीं इस दौरान यहां तक़ीनत डॉटकर भी कुम्भ में मरीजों का इलाज कर रहे हैं।तो एक स्तक़फ़ नर्स के सहारे इस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को संचालित किया जा रहा है, ये कहना गलत नहीं होगा।वहीं जिम्मेदार हमेशा की तरह मामले पीकर लीपा पोती करते नज़र आए।


Body:वीओ--1--हक़रदोई जिले के पिहानी ब्लॉक के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रेंगाई गांव में मौजूद है।यहां का भवन विगक्त लंबे समय से जर्जर अवस्था मे पड़ा हुआ है।जिसके चलते यहां ओपीडी को एक लेबर रूम के वार्ड में संचालित किया जा रहा है।यहां रोजाना करीब सौ के आस पास ममरीजों कक आवागमन रहता है।लेकिन उन्हें इलाज मुहैया कराने के लिए यहां पर डॉक्टर मौजूद नहीं हैं।जिस डॉक्टर की यहकन तैनाती है उनकी ड्यूटी प्रयागराज कुम्भ में लगाई गई है, लेकिन कुम्भ को सफल बनाने की होड़ में इस रेंगाई गांव के मरीजों की तरफ किसी का भी ध्यान नहीं गया और यहां पर किसी अन्य डॉक्टर को तैनात न करते हुए एक स्टाफ नर्स के सहारे ही पीएचसी को छोड़ दिया गया।ऐसे में यहां के मरीजों को तमाम समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।वहीं स्टाफ की कमी के चलते यहां कार्यरत नर्स को भी कठिनाई हो रही है।इस विषय मे जब यहां की नर्स निकिता वर्मा से जानकारी ली गयी तो कैमरे के सामने आते ही उनका दर्द छलक उठा और उन्होंने आ रही समस्याओं से अवगत कराया।कहा कि यहां पर सबसे ज्यादा समस्या लेबर रूम में आती हैं जहां वे अकेली ही हैं बल्कि लेबर रूम में दो से तीन नर्स व दाई आदि होनी चाहिए।साथ ही कोई भी सफाई कर्मचारी भी यहां तैनात नहीं है, जिससे पूरे केंद्र में हर तरफ गंदगी पसरी रहती है। निकिता ने सरकार व प्रशासन से जर्जर भवन की मरम्मत कराए जाने व स्टाफ की कमी को पूरा कर सफाई कर्मचारी तैनात किए जाने की मांग की है।विधिवत जानकारी से स्टाफ नर्स ने अवगक्त कराया।

बाईट--निकिता वर्मा--स्टाफ नर्स--प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रेंगाई
विसुअल

वीओ--2--इस मामले पीकर जब सीएमओ एसके रावत से जानकारी ली गई तो उन्होंने जल्द ही समस्या का समाधान किये जाने का दावा तो किया।लेकिन जर्जर भवन को जर्जर मानने से इनकार जताने लगे हालांकि इसे बनवाये जाने का कोर आश्वासन उन्होंने जरूर किया।वहीं लेबर रूम में ओपीडी संचालन की बात पर भी वे पर्दा डालते नज़र आये, लेकिन हकीकत से स्टाफ नर्स निकिता ने अवगत कराया।

बाईट--एसके रावत--सीएमओ हरदोई

पीटूसी


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