हरदोई: यूपी के हरदोई जिले में तेजी से बढ़ रहे मच्छर जनित रोगों की रोकथाम के लिए प्रशासन ने कवायद तेज कर दी है. इसके तहत गंबूजिया प्रजाति की मछलियों का सहारा लिया जा रहा है. दरअसल, यह गंबूजिया प्रजाति की मछलियां मच्छरों के लार्वा को खा जाती हैं, जिससे मच्छर जनित रोगों पर लगाम लगाई जा सकती है. इसके लिए प्रशासन ने जनपद के कई तालाबों में गंबूजिया प्रजाति की मछलियों को डलवाया है और एक तालाब को हेचरी के रूप में विकसित किया है.
ऐसे में प्रशासन की यह कवायद कारगर हुई तो जनपद के तमाम पोखर, तालाब में गंबूजिया प्रजाति की मछली को डलवाकर मच्छर जनित रोग फाइलेरिया, मलेरिया और डेंगू की रोकथाम की जाएगी. उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में इन दिनों मच्छर जनित रोग तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. मलेरिया, फाइलेरिया और डेंगू के प्रकोप से लोग परेशान हैं. दिनों दिन मरीजों की संख्या में तेजी के साथ इजाफा हुआ है. मुख्य विकास अधिकारी निधि गुप्ता वर्ष के निर्देश पर मत्स्य विभाग ने नगरपालिका के सहयोग से जनपद के बेलाताली तालाब और बेनीगंज तालाब में गंबूजिया प्रजाति की मछलियों को डलवाया है. दरअसल, गंबूजिया प्रजाति की मछलियां ठहरे हुए पानी में बैठने वाले मच्छरों के लार्वा को खा जाती हैं. इससे मच्छर जनित रोगों पर लगाम लगाई जा सकती है और इससे मरीजों की संख्या में कमी हो जाती है.
बता दें कि जिला प्रशासन ने गंबूजिया प्रजाति की मछलियों को तालाब में डलवा कर एक नया प्रयोग किया है. अगर जिला प्रशासन का यह प्रयोग सफल होता है तो आने वाले समय में जनपद के तमाम तालाब और पोखर में गंबूजिया प्रजाति की मछलियों को डलवाया जाएगा. यही नहीं जनपद में बेनीगंज और बेलाताली तालाब को इन मछलियों के स्टाक के रूप में तैयार किया जा रहा है, जिससे गंबूजिया मछलियों को बाहर से नहीं खरीदना पड़ेगा और गंबूजिया प्रजाति की मछलियां जनपद में ही उपलब्ध होंगी, जो मलेरिया फाइलेरिया और डेंगू जैसे मच्छर जनित रोगों पर लगाम लगाएंगी.
इस बारे में सहायक निदेशक मत्स्य रेखा श्रीवास्तव ने बताया कि जिला प्रशासन के निर्देश पर जनपद में नगरपालिका के सहयोग से गंबूजिया प्रजाति की मछलियों को बेला ताली और बेनीगंज तालाब में डलवाया गया है. इन्हें स्टॉक के रूप में विकसित किया जा रहा है. यह मछलियां मच्छरों के लार्वा को खा जाती हैं अगर यह प्रयोग सफल रहा तो आने वाले समय में जनपद के अन्य तालाब और पोखर में मछलियों को डलवाया जाएगा ताकि मच्छर जनित रोग डेंगू मलेरिया और फाइलेरिया पर लगाम लगाई जा सके.