हरदोई: जिला प्रशासन की ओर से ‘आपकी किताब, आपके द्वार’ कार्यक्रम की शुरुआत की गई है. इसके जरिए कोरोना संक्रमण काल में विद्यार्थियों को उनके घर पर ही किताबें मुहैया कराई जाएंगी. इसके लिए शहर को 10 जोन में विभाजित किया गया है. प्रत्येक जोन में दो से तीन दुकानदारों को नामित किया गया है और उनके फोन नंबर भी जारी किए गए हैं.
इन फोन नंबरों पर कॉल करने के बाद विद्यार्थियों को उनके घर पर ही कॉपी और किताबें मिल जाएंगी. हालांकि कोरोना वायरस के चलते ऑनलाइन शिक्षण कार्य कराया जा रहा है, लेकिन विद्यार्थियों को कॉपी और किताबों के अभाव में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था. कोरोना के संक्रमण की वजह से जिले में शैक्षणिक संस्थान बंद हैं और ऐसे में सभी विद्यार्थियों को ऑनलाइन शिक्षा से जोड़ा गया है.
सभी बोर्ड के विद्यार्थियों के लिए बनी योजना
व्हाट्सएप के माध्यम से शिक्षक विद्यार्थियों को शिक्षित किया जा रहा है. इसके बावजूद भी बच्चों को कॉपी और किताब के अभाव में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था. इसके लिए जिला प्रशासन ने जनपद के सभी सीबीएसई, आईसीएससी और यूपी बोर्ड के विद्यार्थियों को कॉपी और किताबें उनके घर पर ही उपलब्ध कराने का प्रयास किया है. इसके लिए ‘आपकी किताब, आपके द्वार’ कार्यक्रम की शुरुआत की है.
शहर को 10 जोन में बांटा गया
इस कार्यक्रम के तहत शहर को 10 जोन में विभाजित किया गया है. इनमें दो से तीन दुकानदारों को निर्धारित जोन में किताबें और कॉपी विद्यार्थियों के घर तक पहुंचाने की जिम्मेदारी दी गई है और इसके लिए उनके नंबर भी जारी किए गए हैं. ऐसे में विद्यार्थी बुक सेलर के पास फोन करेंगे तो कॉपी और किताबें उनके घर पर ही पहुंचाई जाएंगी. जिला विद्यालय निरीक्षक को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है.
10 मई से होगी शुरुआत
जिला विद्यालय निरीक्षक ही सभी बुक सेलर को पास निर्गत करेंगे और जिस वाहन से बुक सेलर किताबें बाटेंगे उसके लिए वाहन पास दिया जाएगा. रविवार 10 मई से ‘आपकी किताब, आपके द्वार’ कार्यक्रम की शुरुआत होगी. डीआईओएस वीके दुबे ने बताया कि ‘आपकी किताब, आपके द्वार’ कार्यक्रम की शुरुआत 10 मई से होगी. यूपी बोर्ड, सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड के बच्चों को उनके घर पर ही किताबें और कॉपी मुहैया कराई जाएंगी.
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