हरदोई: गोपामऊ विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी विधायक श्याम प्रकाश ने कोरोना से बचाव में दी गई 25 लाख रुपये विधायक निधि से वापस मांगकर प्रशासन में हड़कंप मचा दिया है. विधायक ने अपनी निधि में भ्रष्टाचार और कमीशन खोरी की आशंका जताया है. हिसाब न देने की वजह से सीडीओ को पत्र भेजकर अपनी निधि वापस करने की मांग की है.
कोरोना से बचाव के लिए दी गई निधि में से 60 फीसदी धनराशि सीएमओ को अवमुक्त की जा चुकी है. विधायक ने अपने निधि का हिसाब मुख्य विकास अधिकारी से मांगा था. जवाब नहीं मिलने पर विधायक ने मुख्य विकास अधिकारी को पत्र भेजकर भ्रष्टाचार की आशंका जताते हुए अपनी विधायक निधि वापस करने की मांग की है.
गोपामऊ विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक श्याम प्रकाश ने कोरोना संकटकाल में बीते 23 मार्च को मुख्य विकास अधिकारी को पत्र लिखा था. पत्र के माध्यम से अपनी विधायक निधि से 25 लाख रुपये की मास्क और सैनिटाइजर व आवश्यक वस्तुएं क्रय करके गोपामऊ विधानसभा क्षेत्र में वितरित करने को कहा था.
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बीजेपी विधायक ने अपनी विकास निधि देने की प्रदेश में सबसे पहले पहल की थी. उन्होंने निधि का प्रयोग उनके क्षेत्र की जनता को कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने के लिए इंतजामों पर खर्च करने की बात कही थी. बाद में शासनादेश के मुताबिक निधि से कोरोना से निपटने के लिए विभिन्न उपकरण व सामग्री खरीदने के संबंध में उन्होंने संशोधित पत्र भी भेजा था.
विधायक को इस पत्र का कोई जवाब नहीं मिलने के बाद विधायक ने 25 अप्रैल को मुख्य विकास अधिकारी को पत्र भेजकर अपनी विधायक निधि को वापस करने की मांग की है. भ्रष्टाचार की आशंका जताने वाले बीजेपी विधायक का कहना है कि इस मामले को लेकर वह मुखर हैं. अगर उनकी विधायक निधि में खरीदे गए सामान में कोई भ्रष्टाचार पाया जाता है तो इस पूरे मामले को वह मुख्यमंत्री को अवगत कराएंगे.