हरदोई: देश में क्षय रोगियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सरकार ने 2025 तक देश को 'क्षय रोग मुक्त भारत' बनाने की ठान ली है. सरकार की ओर से आए निर्देश के बाद अभियान चलाकर पीड़ित बच्चों का इलाज किया जाएगा. इसके तहत जिले के समाजसेवी संगठनों से अपील भी की जाएगी कि वह क्षय रोग से पीड़ित बच्चों और किशोरों को गोद लें और उन्हें जागरूक करें.
18 साल से कम 494 बच्चे क्षय रोग से पीड़ित
क्षय रोग से पीड़ित होने वालों में विकासखंड अहिरोरी में 24,बेहन्दर में 10, भरावन में 12, भरखनी में 3, बिलग्राम में 15, हरपालपुर में 8,कछौना में 18, पिहानी में 20, संडीला में 40 शाहाबाद में 59,टड़ियावां में 12, हरदोई में 208, हरियावां में 3 ,माधौगंज में 26,मल्लावां में 4, बावन में 4,कोथावां में 11, सांडी में 3, सुरसा में 8, टोडरपुर में 6 मरीज शामिल हैं.
क्षय रोग मुक्त भारत के लिए संस्थाओं से करेंगे अपील
सभी क्षय रोगियों को रोग से मुक्ति दिलाने के लिए शासन ने निर्देश जारी किए हैं कि 18 साल से कम उम्र के क्षय रोगियों के इलाज के लिए विभिन्न समाजसेवी संस्थाओं को गोद लेने हेतु प्रेरित किया जाय, जिससे क्षय रोगियों के घर जाकर पोषण सुधारने हेतु आवश्यक सहयोग प्रदान किया जा सके.
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हरदोई जिले में शासन से आए फरमान के तहत अब जिला क्षय रोग विभाग के अधिकारी जिले के व्यापारियों एवं सामाजिक संस्थाओं के साथ संपर्क स्थापित करेंगे, ताकि क्षय रोग से मुक्ति दिलाने के लिए वह लोग भी अपनी अग्रणी भूमिका निभा सकें. 2025 तक देश को 'क्षय रोग मुक्त भारत' बनाने का प्रयास किया जा रहा है.
-डॉ. विजय कुमार, जिला क्षय रोग अधिकारी