हापुड़: गन्ना भुगतान को लेकर किसान संगठनों का संघर्ष लगातार जारी है. शुक्रवार को हापुड़ पहुंचे भारतीय किसान यूनियन संघर्ष के राष्ट्रीय अध्यक्ष सरनजीत सिंह गुर्जर ने भी किसानों के गन्ना भुगतान को लेकर बड़ा बयान दिया है. जनपद हापुड़ में भी दो शुगर मिल हैं. दोनों शुगर मिल पर किसानों का करीब 100 करोड़ रुपया बकाया है, जिसका किसानों को अभी तक भुगतान नहीं हुआ है. इससे किसानों को आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
भारतीय किसान यूनियन संघर्ष के राष्ट्रीय अध्यक्ष सरनजीत सिंह गुर्जर शुक्रवार को मेरठ रोड पर पहुंचे. जहां पर उन्होंने किसानों की समस्याओं सहित गन्ना भुगतान को लेकर बड़ा बयान दिया. कहा कि जनपद हापुड़ की दोनों शुगर मिलों पर किसानों का गन्ना भुगतान का करीब 100 करोड़ रुपए बकाया है. नई पर्चियों पर किसानों द्वारा गन्ना शुगर मिलों को दिया जा रहा है. बार-बार चेताने के बाद भी अभी तक गन्ना भुगतान नहीं किया गया है.
जब भी धरना प्रदर्शन किया जाता है, शुगर मिल कहती हैं कि हमारे पास पैसा नहीं है. कई बार जिलाधिकारी के सामने तय होने के बाद भी गन्ना भुगतान नहीं हो पाया है. गन्ना भुगतान नहीं होने के बावजूद शुगर मिल मालिकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है. अगर 15 दिन के अंदर शुगर मिलों ने पिछला सभी भुगतान नहीं किया तो शुगर मिलों का घेराव कर बड़े स्तर पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा.
गढ़ क्षेत्र में मेरठ मार्ग पर पोपाई पर लगने वाले नए टोल पर बोलते हुए सरनजीत सिंह गुर्जर ने कहा कि गढ़ क्षेत्र के ब्रजघाट पर पहले से ही टोल स्थापित है. क्षेत्र के किसानों को बार-बार आना जाना पड़ता है. वह लोग बार-बार टोल नहीं देंगे, जिसको लेकर भारतीय किसान यूनियन संघर्ष ने यह प्रतिज्ञा ली है कि 12 दिसंबर से वहां पर अनिश्चितकालीन धरना होगा. किसी भी सूरत में वहां पर टोल नहीं लगने दिया जाएगा. हम आर- पार लड़ाई लड़ेंगे.
हमारा संगठन भारतीय किसान यूनियन संघर्ष निश्चित रूप से वहां से टोल को हटाने की लड़ाई लड़ेगा. अगर हमारी मांगे नहीं मानी जाती हैं तो जनमानस हमारे साथ है. अगर हमारी मांगे नहीं मानी जाती हैं, तो वहां भी धरने पर बैठेंगे. दिन प्रतिदिन इसका रूप बड़ा होगा. 10 किलोमीटर की दूरी पर टोल नहीं होना चाहिए. हम इस नए टोल को किसी भी हालत में नहीं लगने देंगे. हमारा संगठन आर-पार की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार है.