हापुड़: जनपद की साइबर सेल टीम और हापुड़ नगर पुलिस की संयुक्त टीम ने ठगों के एक गिरोह का खुलासा किया है. यह गिरोह जिंदा लोगों का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर उनके बैंक खातों से लिंक मोबाइल नंबर का रिप्लेस सिम निकालकर इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से धोखाधड़ी अंजाम देते था. पुलिस ने महिला समेत तीन शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इनके पास से नकदी व अन्य सामान भी बरामद किया है. इनके कब्जे से ढाई लाख रुपए, 5 मोबाइल फोन, बैंक की मोहर व भारी मात्रा में फर्जी आधार कार्ड, मृत्यु प्रमाण पत्र, बैंक पासबुक, चेक बुक तथा घटना में प्रयुक्त एक लग्जरी कार बरामद की गई है. गैंग ने मुंबई, मध्य प्रदेश, राजस्थान व दिल्ली एनसीआर में करोड़ों की ठगी अंजाम दी है.
शातिर ठगों ने पुलिस को बताया कि वे बैंक आने वाले लोगों से इंश्योरेंस के नाम पर उनके बैंक खाते में नाम पते व मोबाइल नंबर की जानकारी ले लेते थे. इसके बाद मोबाइल से मृत्यु प्रमाण पत्र डाउनलोड कर उसे एडिट कर फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार करते थे. इसके बाद उसके जरिए डुप्लीकेट सिम कंपनी से इश्यू करा लेते थे. फिर लोगों के खातों से इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से खाताधारक के बैंक खाते को उसी बैंक की दूसरी ब्रांच में ट्रांसफर कराकर चेक बुक, डेबिट कार्ड जारी कराकर अपने पतों पर मंगा लेते थे.
इसके बाद इंटरनेट बैंकिंग से धनराशि ट्रांसफर कर लेते थे. हापुड़ में रहने वाली अलका देवी के पति भागीरथ के साथ ही ऐसे ही ठगी को अंजाम दिया था. पकड़े गए तीनों आरोपी गौतमबुद्ध नगर निवासी अमित शर्मा, उमेश और दिल्ली निवासी गरिमा है. पुलिस तीनों शातिर ठगों को गिरफ्तार कर उनके खातों की डिटेल खंगाल रही है. इसके साथ ही पुलिस बैंक कर्मियों की भूमिका की भी जांच कर रही है. इस संबंध में एसपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि जनपद हापुड़ साइबर सेल टीम ने एक बड़े ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. कहा कि अमित शर्मा पहले इंश्योरेंस कंपनी में काम करता था. वहां से लोगों की डिटेल लेकर लोगों को फोन करता था कि आपकी पॉलिसी खत्म हो गई है. आप हमारे खातों में कुछ पैसे ट्रांसफर करा दीजिए. इस तरह से इन लोगों ने कई लोगों के साथ फ्रॉड किया. इसके बाद ये फर्जी सिम कार्ड इश्यू कराकर ठगी अंजाम देने लगे. इस गिरोह में एक महिला भी है.तीनों के पास से चेक बुक, लग्जरी कार भी बरामद की गई है. मामले की जांच की जा रही है.
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