हमीरपुर: कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देशभर में लॉकडाउन लागू कर दिया गया है. संकट की घड़ी में लोग अपने अपने स्तर से जरूरतमंद लोगों की मदद भी कर रहे हैं. ऐसा ही एक मामला जिले में भी देखने को मिल रहा है. जहां सिलाई कर अपने परिवार का पेट पालने वाली एक गरीब विधवा महिला, इस बीमारी से बचाने के लिए दिन-रात मास्क बनाकर गरीबों को मुफ्त बांट रही है.
जिले के मौदहा कस्बे में रहने वाली 60 वर्षीय विधवा महिला सरस्वती सोनी कपड़े सिल कर अपने परिवार का भरण पोषण करती हैं. लेकिन जब से उन्हें कोरोनावायरस के बारे में जानकारी हुई तभी से उन्होंने कपड़ों की सिलाई बंद कर कपड़ों के मास्क बनाने शुरू कर दिए. सरस्वती अभी तक हजार से अधिक मास्क बनाकर गरीब लोगों में बांट चुकी हैं.
सरस्वती बताती हैं कि जब उन्हें पता चला कि मास्क का प्रयोग कर खतरनाक वायरस के संक्रमण की रफ्तार को कम किया जा सकता है तभी से उन्होंने मास्क बनाने का काम शुरू कर दिया. सबसे पहले उन्होंने अपने घर के लिए मास्क बनाएं, लेकिन फिर उसके बाद मोहल्ले वालों के लिए भी मास्क बनाने शुरू कर दिए. धीरे-धीरे मास्क की मांग बढ़ती चली गई और इस मांग को पूरा करने के लिए दिन रात मेहनत कर लोगों को खतरनाक बीमारी से बचाने का प्रयास किया.