हमीरपुर: अवैध खनन का गोरखधंधा जिले में खनिज विभाग के अधिकारियों की सरपरस्ती में धड़ल्ले से चल रहा है. शासन-प्रशासन से बेखौफ खनन पट्टाधारक हैवीवेट पोकलेन मशीनों से बेतवा नदी में बड़े स्तर पर खुदाई कर रहे हैं. खनन पट्टाधारकों की मनमानी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मौरंग खनन के लिए सुप्रीम कोर्ट और एनजीटी के आदेशों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. पट्टाधारक नदी की जलधारा में खनन कर रहे हैं और जिले का खनिज विभाग खनन माफियाओं की कारगुजारियों पर मौन है.
इस तरह उड़ाई जा रही है नियमों की धज्जियां
- सरीला तहसील के बीहड़ों में चंदवारी घुरौली गांव में मौरंग खनन के लिए तीन खण्डों 26/8, 26/3, 26/7 का संचालन हो रहा है.
- इन खण्डों में लखनऊ, राजस्थान और ग्वालियर के बड़े-बड़े कारोबारियों की साझेदारी है.
- वे सत्ताधारी पार्टी के दिग्गजों के करीबी होने का दावा करते हुए इस पूरे इलाके में अवैध रूप से मौरंग खनन में जुटे हुए हैं.
- इन खण्डों में रात-दिन पोकलेन मशीनों से जबरदस्त तरीके से रात-दिन खनन किया जा रहा है.
- चंदवारी-घुरौली के इन खण्डों में करीब दो दर्जन के आसपास पोकलेन मशीने लगी हुई हैं.अवैध खनन को रोकने के लिए प्रशासन की तमाम कवायद पर मौरंग माफिया पानी फेरने में जुटे हुए हैं.
- नदी की जलधारा से मौरंग निकालकर किनारे पर ढेर की जाती है और फिर दूसरी मशीन से इसे ट्रकों में लोड कर दिया जाता है.
दूसरी जगहों पर भी यही हाल
- कुछ ऐसी ही तस्वीर कुरारा थानाक्षेत्र के बेरी गांव में भी देखने को मिली.
- यहां 10/29 मौरंग खण्ड में भी इसी तरह से अवैध रूप से खनन किया जा रहा है.
- इस खण्ड का संचालन एपीएम माइनिंग एंड इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड कर रही है.
- इस कंपनी ने भी खण्ड में बड़ी संख्या में पोकलैण्ड मशीनों को उतार रखा है.
- यह रात-दिन नदी की जलधारा से मानकों के विपरीत मौरंग निकासी में जुटी हुई है.
- इस मसले पर जब जिले के खनिज विभाग के अधिकारियों में से कोई कैमरे पर बोलने को तैयार नहीं है.