हमीरपुर: कोरोना काल में मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. श्मशान हो या कब्रिस्तान, सभी पटे पड़े हैं. इसी बीच जिले के मुस्कुरा थाना क्षेत्र के खड़ेही लोधन गांव में छोटे भाई की मौत के बाद दु:खी बड़े भाई ने सदमे में अपने भी प्राण त्याग दिए. दोनों शवों का एक साथ अंतिम संस्कार गांव के बाहर किया गया. वहीं इस घटना से गांव में मातम का माहौल है.
क्या है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक, मुस्करा थाना क्षेत्र के गांव खड़ेही लोधन निवासी सेवानिवृत्त शिक्षक रामगोपाल वर्मा को बीते चार दिनों से बुखार और खांसी आ रही थी, जिसके बाद इलाज के लिए परिजन उन्हें राठ के एक निजी अस्पताल में ले गए. यहां हालत नाजुक होने पर डॉक्टरों ने उन्हें झांसी मेडिकल कॉलेज ले जाने की बात कही, जिसके बाद परिजन उन्हें इलाज के लिए झांसी के एक अस्पताल में भर्ती कराया. यहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
मौत होने के बाद मृतक रामगोपाल वर्मा का शव गांव पहुंचा. इसकी जानकारी जब बीमार चल रहे उसके बड़े भाई नृपत वर्मा को हुई तो छोटे भाई की मौत का गम वह सहन नहीं सके और शुक्रवार सुबह उनकी भी मौत हो गई. एक साथ दो शवों का अंतिम संस्कार करने से पूरे परिवार में दु:ख का पहाड़ टूट पड़ा. वहीं गांव में भी शोक की लहर है.
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दोनों भाइयों के बीच था अटूट प्रेम
मृतक के परिजनों ने बताया कि दोनों भाइयों में बचपन से बड़ा प्रेम था. दोनों हर रोज दोनों एक साथ बैठकर भोजन करते थे. परिजनों का कहना है कि रामगोपाल बुखार से पीड़ित थे. वहीं, बड़ा भाई भी कुछ दिनों से बीमार चल रहा था. छोटे भाई की मौत का सदमा वह सहन नहीं कर सका.