हमीरपुर: कोरोना संकट और गर्मी के कारण जहां लोग अपने घरों में कैद हैं, वहीं आशा बहुएं तपती धूप में गांव-गांव भटककर कोरोना के खिलाफ सीधी लड़ाई लड़ रही हैं. सुबह होते ही घरों से स्वास्थ्य विभाग की ये सेना प्रवासियों की ट्रैकिंग करने पैदल ही निकल पड़ती है. कई बार ऐसे प्रवासियों की मुखबिरी भी करती हैं, जो बगैर किसी जांच-पड़ताल के सीधे घरों तक पहुंच जाते हैं.
हमीरपुर: कड़ी धूप में प्रवासियों की ट्रैकिंग में जुटी आशा बहुएं - हमीरपुर में कोरोना वायरस के कुल केस
उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले की आशा बहुएं कड़ी धूप में प्रवासी मजदूरों की ट्रैकिंग करने में जुटी हुई हैं. ये आशा बहुएं गांव-गांव जाकर गर्भवती महिलाओं का हालचाल जानती है और इसके साथ ही बाहर से आने वाले लोगों पर निगरानी भी रखती है.
आशा बहुएं प्रवासी मजदूरों का कर रही ट्रैकिंग
हमीरपुर: कोरोना संकट और गर्मी के कारण जहां लोग अपने घरों में कैद हैं, वहीं आशा बहुएं तपती धूप में गांव-गांव भटककर कोरोना के खिलाफ सीधी लड़ाई लड़ रही हैं. सुबह होते ही घरों से स्वास्थ्य विभाग की ये सेना प्रवासियों की ट्रैकिंग करने पैदल ही निकल पड़ती है. कई बार ऐसे प्रवासियों की मुखबिरी भी करती हैं, जो बगैर किसी जांच-पड़ताल के सीधे घरों तक पहुंच जाते हैं.