गोरखपुरः पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक कार्यालय से होकर गुजरने वाली सड़क मार्च के पहले सप्ताह से आम लोगों के साथ भारी वाहनों के लिए पूरी तरह प्रतिबंधित हो जाएगी. रेलवे ने ऐसा फैसला महाप्रबंधक कार्यालय को पूरी तरह से सुरक्षित और दुर्घटना रहित बनाने के उद्देश्य से लिया है. यहां पर दर्जनभर कार्यालय स्थापित हैं, जिसका अभी तक सभी लोग आम रास्ते की तरह उपयोग करते थे, लेकिन रेलवे ने कौवा बाग रेलवे क्रॉसिंग पर अंडरपास ब्रिज बनने के बाद, इस पर संचालन पूरी तरह प्रतिबंधित करने का फैसला लिया गया है. साथ ही रेल म्यूजियम से होते हुए दुर्गा मंदिर के रास्ते लोगों को प्रवेश करने की सुविधा भी प्रदान कर दी है.
महाप्रबंधक कार्यालय की सड़क पर बैरियर लगा दिया गया है. साथ ही चेक पोस्ट भी बना दिया गया है. यही नहीं भारी वाहनों की जांच पड़ताल भी शुरू हो चुकी है तो वहीं अंडर ब्रिज के बन जाने के बाद लोग उसका उपयोग कर रहे हैं. पूर्वोत्तर रेलवे के सीपीआरओ पंकज सिंह ने कहा कि, अंडर ब्रिज के बन जाने के बाद हजारों की तादात में लोगों का गुजारना महाप्रबंधक कार्यालय से होगा. इससे दुर्घटना होने की आशंका है. लिहाजा इसको बंद करने का फैसला लिया गया है, लेकिन जनता को वैकल्पिक रास्ता दिया गया है. वहीं अंडर ब्रिज का रास्ता मिल जाने से आम लोग उत्साहित हैं.
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महाप्रबंधक कार्यालय इस रास्ते पर से गुजरने के लिए कर्मचारियों और यहां के कार्यालय से जुड़े हुए लोगों के लिए टोकन और स्टीकर सिस्टम भी लागू करेगा. कर्मचारियों को स्टीकर तो विभागों में अक्सर आने वाले लोगों को एक टोकन दिया जाएगा. इसे दिखाने के बाद ही कोई सड़क का उपयोग कर सकेगा. फिलहाल रेलवे का यह प्रयास उसकी व्यवस्था के लिए काफी उपयोगी साबित होगा.